Mumbai News: अबू आजमी के बयान पर राज्य अल्पसंख्यक आयोग सख्त, नोटिस भेजेंगे - प्यारे खान

अबू आजमी के बयान पर राज्य अल्पसंख्यक आयोग सख्त, नोटिस भेजेंगे - प्यारे खान
  • क्या हमें भी हज यात्रा पर सवाल उठाने चाहिए?- नितेश राणे
  • आजमी महाराष्ट्र को लगने वाला कीड़ा- परांजपे

Mumbai News. समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक अबू आसिम आजमी द्वारा वारी यात्रा को लेकर दिए विवादास्पद बयान के बाद अब आजमी सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष के भी निशाने पर आ गए हैं। आजमी के बयान पर राज्य अल्पसंख्यक आयोग ने सख्त रुख अख्तियार किया है। आयोग उन्हें नोटिस भेजने की तैयारी में है। उधर भाजपा नेता और राज्य सरकार में मंत्री नितेश राणे ने आजमी पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी को भी हिंदू संस्कृति और त्योहारों के बारे में बोलने की हिम्मत नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि क्या हमें भी हज यात्रा के बारे में सवाल उठाने चाहिए?


अल्पसंख्यक आयोग ने ये कहा?

राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे खान ने कहा कि उन्होंने भी आजमी का बयान सुना है। यह पूरी तरह से दो समाजों के बीच दीवार खींचने जैसा है। प्यारे खान ने कहा कि उन्हें प्रथम दृष्टि में ऐसा लग रहा है कि आजमी ने यह बयान मीडिया में सुर्खियां बनने के लिए दिया है। खान ने कहा कि अल्पसंख्यक आयोग के कानून के नियम 10 के अनुसार उन्हें भड़काऊ भाषण देने के चलते पहले नोटिस भेजा जाएगा और उसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में अगर किसी भी दल का नेता इस तरह के बयान देता है तो नियमों के अनुसार उन पर कार्रवाई होगी। इसके साथ ही प्यारे खान ने ये भी कहा है कि अगर राज्य में चल रही वारी यात्रा के दौरान दो समुदाय के बीच कोई अप्रिय घटना घटती है तो फिर आजमी के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया जाएगा।


उधर मंत्री नितेश राणे में आजमी के बयान पर कहा कि जब भी महाकुंभ और वारी जैसे हिंदुओं के त्यौहार आते हैं तो आजमी जैसे लोग बोलना शुरू कर देते हैं। नितेश ने कहा कि हमारी वारी हर महीने नहीं आती है, लेकिन हर शुक्रवार को जिस तरह से सड़कों पर नमाज पढ़ी जाती है, उससे जरूर मुंबईकरों को तकलीफों का सामना करना पड़ता है। उस पर भी आजमी को बोलना चाहिए। नितेश ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हमने हज यात्रा को लेकर सवाल उठाने शुरू कर दिए तो क्या यह उन्हें मंजूर होगा? वहीं राकांपा (अजित) मुख्य प्रवक्ता आनंद परांजपे ने कहा कि आजमी महाराष्ट्र को लगने वाला एक कीड़ा बन गए हैं। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए बार-बार आजमी इस तरह के बयान देते हैं। सरकार को उनके ऊपर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आजमी के इस तरह के बयान को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

क्या कहा था आजमी ने?

दरअसल आजमी ने वारी में उमड़ी भीड़ पर निशाना साधते हुए सड़क जाम करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि पालकी के दौरान रास्ता बंद कर दिया तो उस पर किसी को ऐतराज नहीं है, लेकिन जब नमाज पढ़ी जाती है तो उसकी शिकायत हो जाती है। हालांकि आजमी ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा है कि उन्हें हिंदुओं के किसी भी त्यौहार से कोई नफरत नहीं है। मैंने कोई भी गलत बयान नहीं दिया है।

पूरा मामला

समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र प्रमुख और मुंबई के मानखुर्द शिवाजी नगर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक अबू आसिम आजमी ने एक बार फिर विवादित बयान दिया। सोलापुर दौरे पर आए आजमी ने सदियों पुराने तीर्थस्थल 'पंढरपुर वारी' तक निकलने वाली वारकारी सम्प्रदाय के पालकी समारोह की तुलना सड़क पर नमाज पढ़ने से की। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सड़क पर नमाज पढ़ने वालों के पासपोर्ट रद्द करने की टिप्पणी का हवाला देते हुए आजमी ने कहा, 'कई हिंदू त्यौहार सड़कों पर मनाए जाते हैं. लेकिन कोई भी मुस्लिम व्यक्ति हिंदू त्यौहारों के खिलाफ शिकायत नहीं करता. लेकिन जब कोई मुस्लिम दस मिनट के लिए सड़क पर नमाज पढ़ता है, तो शिकायत की जाती है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पासपोर्ट ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने की धमकी दे रहे हैं। पुणे से निकलते समय मुझे कहा गया कि जल्दी चले जाओ, नहीं तो वारकारी सम्प्रदाय के पालकी समारोह के कारण सड़कें बंद हो जाएंगी.'

Created On :   23 Jun 2025 9:06 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story