Mumbai News: हिंदी सख्ती के खिलाफ उद्धव ठाकरे ने राज्य सरकार के जीआर को जलाया, आंदोलन की तैयारी में मनसे

हिंदी सख्ती के खिलाफ उद्धव ठाकरे ने राज्य सरकार के जीआर को जलाया, आंदोलन की तैयारी में मनसे
  • अपनी राजनीति चमकाने के लिए हो रहा है भाषा का विरोध- धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
  • मनसे ने आंदोलन के लिए शुरू की तैयारी

Mumbai News. महाराष्ट्र के स्कूलों में कक्षा एक से पांच तक हिंदी पढ़ाए जाने के राज्य सरकार के फैसले पर माहौल गरमाया हुआ है। राज्य के कई संगठनों और राजनीतिक दलों ने सरकार के इस फैसले का विरोध करना शुरू कर दिया है। रविवार को शिवसेना (उद्धव) के कार्यकर्ताओं ने पूरे महाराष्ट्र में सरकार द्वारा जारी किए गए सरकारी फैसले (जीआर) को जलाया गया। इसके साथ ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। मुंबई के आजाद मैदान में शिवसेना (उद्धव) पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे समेत महाविकास आघाडी के दलों के नेताओं ने सांकेतिक तौर पर जीआर को जलाया। इस प्रदर्शन में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) नेता नितिन सरदेसाई और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि हिंदी के विरोध में 5 जुलाई को मुंबई में मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे एक मार्च निकालने जा रहे हैं जिसमें उद्धव ठाकरे भी शामिल होंगे।

उद्धव ठाकरे ने क्या कहा?

इस आंदोलन में उद्धव गुट के सभी बड़े नेता भी शामिल हुए। जीआर की होली जलाने के बाद उद्धव ठाकरे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हम सरकार पर दबाव नहीं डालना चाहते, दरअसल हम इसे स्वीकार ही नहीं करते हैं। अगर वे कुछ थोपने जा रहे हैं, तो हमने अपनी ओर से इस मुद्दे को खत्म कर दिया है। हमने उस जीआर की होली कर दी है। इसलिए अब यह मानने का कोई कारण नहीं है कि यह एक जीआर है। ठाकरे ने कहा क्योंकि जैसा कि मैंने बार-बार कहा है, भले ही हम हिंदी के खिलाफ न हैं, लेकिन हम इसे थोपने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि 5 जुलाई को हिंदी के मुद्दे पर मराठी अस्मिता के लिए मुंबई में एक भव्य मार्च निकाला जाएगा। लगभग सभी विपक्षी दलों ने इस मार्च का समर्थन किया है।

अपनी राजनीति चमकाने के लिए हो रहा है भाषा का विरोध- धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

बागेश्वर धाम के प्रमुख एवं हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना को लेकर आवाज बुलंद करने वाले आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हिंदी भाषा पर हो रही राजनीति पर कटाक्ष किया है। मुंबई से सटे भिवंडी में एक कार्यक्रम के दौरान शास्त्री ने उद्धव और राज ठाकरे का नाम लिए बगैर निशाना साधते हुए कहा कि आजकल कुछ लोग भाषा के नाम पर अपनी राजनीति चमकाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन इन लोगों को यह पता नहीं है कि हमारी भाषा अलग हो सकती है, क्षेत्र अलग हो सकता है, जाति अलग हो सकती है लेकिन देश एक ही है।

मनसे ने आंदोलन के लिए शुरू की तैयारी

5 जुलाई को मार्च की पृष्ठभूमि में मनसे का बैठकों का दौर शुरू हो चुका है। पार्टी अध्यक्ष राज ठाकरे के नेतृत्व में मार्च की योजना बना ली गई है। रविवार को राज ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में बैठक की। राज ने अलग-अलग नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी दी हैं। गिरगांव चौपाटी से आजाद मैदान तक निकाले जाने इस मार्च के लिए पुलिस से अभी तक इजाजत नहीं मिल सकी है।

Created On :   29 Jun 2025 10:24 PM IST

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