- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- एसआईटी ने बॉम्बे हाईकोर्ट में...
एसआईटी ने बॉम्बे हाईकोर्ट में नालासोपारा फर्जी एनकाउंटर की जांच रिपोर्ट पेश की
- चार सप्ताह में प्रोग्रेसिव रिपोर्ट सौंपने का निर्देश
- शिकायतकर्ता को मिला पुलिस प्रोटेक्शन
- साल 2018 में जोगेंदर गोपाल राणा उर्फ गोविंद का फर्जी एनकाउंटर
शीतला सिंह, मुंबई । नालासोपारा (पूर्व) में 23 जुलाई 2018 को कथित अपराधी जोगेंदर गोपाल राणा उर्फ गोविंद के फर्जी एनकाउंटर मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने मंगलवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में जांच रिपोर्ट पेश किया। अदालत ने एसआईटी को चार सप्ताह में प्रोग्रेसिव रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। पिछले दिनों अदालत ने मामले की जांच ठाणे के पुलिस आयुक्त जयजीत सिंह के निगरानी में एसआईटी गठित कर जांच करने का आदेश दिया था।
न्यायमूर्ति ए.एस.गडकरी और न्यायमूर्ति शर्मिला देशमुख की खंडपीठ के समक्ष मंगलवार को सुरेंद्र गोपाल राणा की ओर से वकील दत्ता माने की दायर याचिका पर सुनवाई हुई। एसआईटी का नेतृत्व कर रहे मीरा-भायंदर-वसई-विरार के पुलिस उपायुक्त डा.सुधाकर पठारे ने अदालत में सील बंद जांच रिपोर्ट पेश किया। इसके साथ आरोपी पुलिस नाइक मनोज सकपाल और हेड कांस्टेबल मंगेश चव्हाण की सील बंद मेडिकल रिपोर्ट भी अदालत को सौंपी गई। पुलिसकर्मियों ने दावा किया था कि गोविंद ने उन पर चाकू से हमला किया। याचिकाकर्ता के वकील दत्ता माने ने कहा कि अदालत के निर्देश पर 9 अगस्त को तुलिंज पुलिस स्टेशन में पुलिस नाइक सकपाल और हेड कांस्टेबल चव्हाण के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में आगे कार्रवाई की जानी चाहिए।
खंडपीठ ने कहा कि एसआईटी मामले की जांच कर रही है। एसआईटी चार सप्ताह में मामले की जांच की प्रोग्रेसिव रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। खंडपीठ ने स्टेट सीआईडी और मजिस्ट्रेट कोर्ट को फर्जी एनकाउंटर से संबंधित सभी कागजात की फोटो कापी एसआईटी को सौंपने को कहा है। अदालत के आदेश पर शिकायतकर्ता सुरेंद्र राणा को पुलिस प्रोटेक्शन मिली है। पालघर जिले के नालासोपारा में स्थानीय क्राइम ब्रांच में तैनात रहे पुलिस नाइक सकपाल और हेड कांस्टेबल चव्हाण ने याचिकाकर्ता सुरेंद्र गोपाल राणा के भाई जोगिंदर राणा की 23 जुलाई 2018 में फर्जी मुठभेड़ में हत्या कर दी थी।
Created On :   29 Aug 2023 6:58 PM IST