Mumbai News: नितेश राणे का आरोप - मंत्रिमंडल की बैठक में कोंकण की हर बार होती है उपेक्षा

नितेश राणे का आरोप - मंत्रिमंडल की बैठक में कोंकण की हर बार होती है उपेक्षा
  • सहकारिता विभाग बैठक में पश्चिम महाराष्ट्र के प्रस्ताव ज्यादा रखता है
  • कोंकण की हर बार होती है उपेक्षा
  • नितेश राणे मंत्रिमंडल की बैठक को लेकर बयान

Mumbai News. महाराष्ट्र के मत्स्य पालन एवं बंदरगाह मंत्री नितेश राणे ने राज्य सरकार की मंत्रिमंडल की बैठकों में पश्चिम महाराष्ट्र पर कोंकण की उपेक्षा करने का गंभीर आरोप लगाया है। राणे ने एक कार्यक्रम में अपनी ही सरकार के सहयोगी दल राकांपा (अजित) के नेता और मंत्री बाबासाहेब पाटील पर आरोप लगाया है कि राज्य सरकार की मंत्रिमंडल बैठकों में पश्चिम महाराष्ट्र के अधिक प्रस्ताव मिलते हैं, जबकि कोकण क्षेत्र अक्सर नजरअंदाज किया जाता है। उन्होंने कहा कि कोकण के मुद्दे जैसे बंदरगाह विकास, मत्स्य उद्योग, मछुआरों की सुरक्षा और जल परिवहन की तो मैं आवाज उठाता हूं लेकिन सहकारिता के क्षेत्र में कोकण को कुछ नहीं मिलता।

राणे ने कहा कि उन्होंने मंत्रिमंडल की बैठक में कई बार कोकण की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ करने, बंदरगाहों का विकास करने और क्षेत्र को जलमार्गों से जोड़ने की योजनाएं प्रस्तुत की हैं, लेकिन सहकारिता विभाग के प्रस्ताव हमेशा पश्चिम महाराष्ट्र को केंद्रित करके ही तैयार किए जाते हैं। राणे का सीधा हमला राकांपा (अजित) की ओर था। दरअसल सहकारिता विभाग अजित पवार के मंत्री बाबासाहेब पाटील के पास है। चूंकि अजित पवार स्वंय पश्चिम महाराष्ट्र के बारामती से चुनकर आते हैं इसलिए नितेश का मानना है कि ज्यादातर प्रस्ताव पश्चिम महाराष्ट्र को देखकर ही मंत्रिमंडल की बैठक में रखे जाते हैं। उन्होंने कोकण के अधिकारियों से कहा कि आप सहकारिता विभाग का कोई अच्छा सा प्रस्ताव तैयार करो, उसे बैठक में पास कराने की जिम्मेदारी मेरी होगी।

अपनी ही सरकार के कामकाज पर नितेश राणे द्वारा सवाल उठाए जाने पर विपक्ष ने चुटकी ली है। राकांपा (शरद) प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा कि जब सरकार में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री में आपस में ही नहीं बन पा रही है तो मंत्री तो दूर की बात है। तपासे ने कहा कि महायुति की इस सरकार में आपसी मनमुटाव में सिर्फ जनता पिस रही है। उन्होंने कहा कि सरकार कर्ज के बोझ के तले दब रही है, किसानों की उपेक्षा की जा रही है और सहकारिता क्षेत्र में फैसले सिर्फ पसंदीदा जगहों के लिए लिए जाते हैं। मुख्यमंत्री को नितेश राणे के आरोपों की सच्चाई का पता लगाना चाहिए।

Created On :   28 Sept 2025 9:44 PM IST

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