Nagpur News: मेडिकल सेवा में मील पत्थर साबित होगा स्व. भानुताई गडकरी डायग्नोस्टिक सेंटर

मेडिकल सेवा में मील पत्थर साबित होगा स्व. भानुताई गडकरी डायग्नोस्टिक सेंटर
  • स्व. भानुताई गडकरी मेमोरियल डायग्नोस्टिक सेंटर का उद्घाटन
  • केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और पालकमंत्री बावनकुले की उपस्थिति
  • मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने व्यक्त किया विश्वास मील पत्थर साबित होगा
  • मां के संस्कारों से मिली प्रेरणा – नितिन गडकरी

Nagpur News. उपराजधानी में स्व. भानुताई गडकरी डायग्नोस्टिक सेंटर का उद्घाटन हुआ। इस मौके पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मेडिकल सेवा में यह मील पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में सेवा के साथ-साथ संवेदना भी महत्वपूर्ण है। नितिनजी में सेवा और संवेदना दोनों मौजूद हैं। इसलिए उन्होंने अपनी माता के नाम से डायग्नोस्टिक सेंटर शुरू कर गरीबों की सेवा का जो संकल्प लिया, वह उन्होंने साकार कर दिखाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. भानुताई गडकरी से नितिनजी को समाजसेवा की प्रेरणा मिली, इसलिए वे देशभर में व्यापक कार्य कर पाए। समाज के अंतिम व्यक्ति की भलाई उनके कार्य का केंद्र बिंदु रहा है। औद्योगिक, कृषि, और स्वास्थ्य क्षेत्र में उनका योगदान महत्वपूर्ण है। यह डायग्नोस्टिक सेंटर भी इसी श्रंखला का हिस्सा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज चिकित्सा क्षेत्र में तकनीकी प्रगति के साथ सेवा शुल्क भी बढ़ा है। यदि MRI और CT स्कैन मशीनें देश में बनी होंगी, तो सेवा शुल्क भी कम रहेगा। उन्होंने स्वास्थ्य नेटवर्क को हर तीन किलोमीटर में पहुंचाने और महात्मा फुले जन आरोग्य योजना को और प्रभावी बनाने का भी संकल्प दोहराया। उन्होंने बताया कि आने वाले चार वर्षों में महाराष्ट्र की स्वास्थ्य सेवा देश की सर्वश्रेष्ठ होगी। साथ ही, सिकलसेल और थैलेसीमिया के लिए एक विशेष योजना भी शुरू की जाएगी।


मां के संस्कारों से मिली प्रेरणा – नितिन गडकरी

नितिन गडकरी ने कहा कि मेरे हर कार्य के पीछे मा का आशीर्वाद और संस्कार हैं। गरीबों की सेवा का भाव मुझे मां से ही मिला। इसलिए विधायक बनने के बाद से मैंने हज़ारों हृदय रोगियों की शल्य चिकित्सा करवाई। उन्होंने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय का अंत्योदय का विचार उनके कार्य का मूल है, यानी सबसे अंतिम व्यक्ति का कल्याण। उन्होंने केंद्र को व्यवसाय नहीं, सेवा का माध्यम बताया। साथ ही मुख्यमंत्री से अपील की कि महात्मा फुले जन आरोग्य योजना में सिकलसेल, थैलेसीमिया और बोन मैरो उपचार को शामिल किया जाए।


डॉ. जितेंद्र शर्मा (एएमटीज़ेड, विशाखापट्टणम) ने बताया कि यह देश का पहला डायग्नोस्टिक सेंटर है जहां हर मशीन मेड इन इंडिया है। भारत में हर साल 64 हजार करोड़ की मेडिकल मशीनें आयात होती हैं। इसे कम करने के लिए उनकी संस्था 2018 में शुरू हुई और अब MRI जैसी मशीनें 2 करोड़ में देश में बन रही हैं, जो पहले 6 करोड़ में विदेश से आती थीं।

कमाल चौक, लष्करीबाग स्थित स्व. भानुताई गडकरी ग्रामीण विकास संस्था द्वारा संचालित इस सेंटर का उद्घाटन मुख्यमंत्री फडणवीस ने किया। इस अवसर पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी अध्यक्ष के रूप में उपस्थित थे। उनके साथ जिला पालकमंत्री तथा राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, संस्था की अध्यक्ष सौ. कंचनताई गडकरी, बेंगलुरु के महाबोधि सोसाइटी के महासचिव भंते आनंद थेरा, रामकृष्ण मठ अध्यक्ष स्वामी राघवेंद्र, पूर्व मंत्री सुलेखा कुंभारे, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राजेश लोया, विशाखापट्टणम स्थित एएमटीज़ेड के डॉ. जितेंद्र शर्मा, भाजपा के शहर अध्यक्ष दयाशंकर तिवारी, विधायक संदीप जोशी, प्रवीण दटके, आशीष देशमुख, पूर्व सांसद डॉ. विकास महात्मे और पूर्व विधायक गिरीश व्यास, टेकचंद सावरकर भी मौजूद थे। कार्यक्रम का प्रस्तावना भाषण सौ. कंचनताई गडकरी ने दिया और संचालन डॉ. रिचा सुगंध ने किया। इस अवसर पर विशेष सदस्यों को सम्मान दिया गया


डायग्नोस्टिक सेंटर की विशेषताएं

वातानुकूलित व वेटिंग एरिया सहित

पूरी तरह पेपरलेस कार्यप्रणाली

उच्च क्षमता वाले सर्वर

योग्य व प्रशिक्षित स्टाफ

MRI: मेड इन इंडिया मशीन

1.5 टेस्ला हाई-एंड इमेजिंग (16 चैनल)

MUSIC टेक्नोलॉजी से तेज़ स्कैन, अच्छी इमेज क्वालिटी

CT Scan: मेड इन इंडिया मशीन

मोटे शरीर वाले मरीजों के लिए सुविधा

6 सेकंड में छाती का पूरा स्कैन

Digital X-Ray: उच्च गुणवत्ता की डिजिटल एक्स-रे सेवा

Dialysis: 5 उच्च गुणवत्ता की डायलिसिस मशीनें

Created On :   27 July 2025 7:58 PM IST

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