- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- दंत चिकित्सा के खतरे से बचाता है...
Nagpur News: दंत चिकित्सा के खतरे से बचाता है ओरल-गैस्ट्रो इंटरवेंशन, विशेषज्ञों ने रखे विचार

- एनओओएस से आसान हुआ दंत उपचार
- वीएसपीडी के स्थापना समारोह में विशेषज्ञों ने रखे विचार
Nagpur News. दंत उपचार के दौरान कभी-कभी मरीज द्वारा दंत फाइल्स, क्राउन या डेंचर आदि गलती से निगल लिए जाते हैं। ऐसी आपातकालीन परिस्थितियों में ओरल-गैस्ट्रो इंटरवेंशन यानी गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट का समय पर हस्तक्षेप अत्यंत आवश्यक हो जाता है। जब यह उपकरण भोजननली या पेट में चला जाता है तो एंडोस्कोपी जैसी आधुनिक गैस्ट्रो तकनीकों की मदद से उसे सुरक्षित तरीके से बाहर निकाला जा सकता है। इससे आहारनली या आंतों में होने वाले रुकावट, रक्तस्राव या छिद्र जैसे गंभीर खतरे टाले जा सकते हैं। मेडिकल से संलग्न सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी विभाग प्रमुख डॉ. अमोल समर्थ ने कहा।
एनओओएस से आसान हुआ दंत उपचार
छोटे बच्चों में दंत इलाज के समय डर और असहयोग एक बड़ी चुनौती होती है। ऐसे में एनओओएस (नाइट्रस ऑक्साइड ऑक्सीजन सेडेशन) तकनीक वरदान साबित हो रही है। यह प्रक्रिया बच्चों को हल्का और सुरक्षित सेडेशन देती है, जिससे वे शांत रहते हैं और सरलता से उपचार किया जा सकता है। इस तकनीक में इलाज के बाद बच्चे जल्दी होश में आ जाते हैं और उसी दिन घर लौट सकते हैं। इससे माता-पिता की चिंता खत्म हो जाती है। बच्चों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता भी नहीं पड़ती। ऐसा दंत चिकित्सक डॉ. वैभव पाटनी ने कहा।
नई कार्यकारिणी की घोषणा
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) में विदर्भ सोसायटी ऑफ पीडियाट्रिक डेंटिस्ट्री (वीएसपीडी) नागपुर शाखा के स्थापना दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में दंत चिकित्सक, शिक्षाविद और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े विशेषज्ञ बड़ी संख्या में उपस्थित थे। मुख्य अतिथि के रुप में निशांत नारनवरे व विशेष अतिथि के रुप में डॉ. अतुल श्रृंगारपुरे उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान वीएसपीडी की नई कार्यकारिणी की घोषणा की गई। कार्यकारिणी में अध्यक्ष डॉ. रितेश कलसकर, सचिव डॉ. अल्केश गोधने, उपाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र नागपाल व डॉ. निलीमा ठोसर, कोषाध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र बी. का समावेश है। इस अवसर पर डॉ. कलसकर ने वीएसपीडी की जानकारी देते हुए मौखिक स्वास्थ्य व अनुसंधान के प्रति जागरुकता का महत्व बताया। समारोह में विदर्भ के 80 से अधिक बाल दंत चिकित्सकों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. श्वेता श्रीधर ने किया।
Created On :   27 July 2025 5:07 PM IST