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लापरवाही से सड़ गया 10,000 क्विंटल धान काले पड़कर फट गए बोरे, आने लगी दुर्गंध
वर्ष 2018-19 में खरीदी के बाद गोसलपुर ओपन कैप में किया गया है भंडारण
डिजिटल डेस्क जबलपुर । किसानों से धान की खरीदी में भ्रष्टाचार, ट्रांसपोर्टिंग में हेरफेर और फिर भंडारण में भी लापरवाही। दरअसल, किसानों से खरीदी जाने वाली तकरीबन हर फसल में ऐसा ही खेल होता आया है। ताजातरीन मामले में गोसलपुर के ओपन कैप में रखी तकरीबन दस हजार क्विंटल धान ऐसे ही भ्रष्टाचार को अंजाम देने के लिए भेंट चढ़ा दी गई। स्टोरेज में बोरों के ऊपर काले धब्बे पड़ गए, धान गंध मारने लगी तब अफसरों को होश आया। हालांकि अधिकारी इसके बाद भी मानने तैयार नहीं हैं कि उनकी लापरवाही से लाखों रुपए की ऐसे दुर्गति हुई है। अब इसी धान को िठकाने लगाने नीलामी की बात की जा रही है। जानकारी के अनुसार समर्थन मूल्य पर वर्ष 2018-19 में जो धान खरीदा गया था, उसमें से लाखों क्विंटल धान आेपन कैप गोसलपुर में रखवाया गया था। इस धान को रखवाने के बाद मार्कफेड वालों ने ध्यान नहीं दिया, जिससे हजारों क्विंटल धान सड़ गया है। बोरों में ऊपर से ही काले निशान नजर आ रहे हैं। इन बोरों और धान की सड़ांध से इस क्षेत्र में खड़े होना मुश्किल हो गया है, इसके बाद भी अधिकारी यही राग अलाप रहे हैं कि धान खराब नहीं हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि सिर्फ 5 हजार क्विंटल धान ही खराब हुआ है लेकिन हकीकत यह है कि इससे कई गुना ज्यादा धान पूरी तरह खराब हाे गया है।
************* गोसलपुर क्षेत्र में बाकी जगह रखा धान तो सुरक्षित है, आेपन कैप में रखा लगभग 5 हजार क्विंटल धान जरूर खराब हो गया है। इस धान की अब नियमानुसार नीलामी की जाएगी।
रोहितसिह बघेल, डीएम विपणन संघ
Created On :   26 Jun 2021 2:06 PM IST