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107 साल की बुजुर्ग महिला ने कोरोना को दी मात, इच्छा शक्ति बढ़ाए रोग प्रतिरोधक क्षमता

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मजबूत इच्छा शक्ति व रोग प्रतिकारक क्षमता से ही कोरोना को मात दी जा सकती हैं। जालना में 107 साल की एक वृद्धि महिला ने कोरोना को मात दे कर इसे साबित किया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने सह्याद्रि चैनल के चर्चा सत्र के दौरान इस वृद्ध महिला का ज़िक्र करते हुए कहा कि कोरोना के मरीज मन को मजबूत करके उसे हरा सकते हैं। इसलिए नागरिक अपनी रोग प्रतिकारक क्षमता व इच्छा शक्ति को मजबूत रखे।
कोरोना कालावधि, क्वारेंटाईन के प्रकार व सतर्कता विषय पर चर्चा सत्र के दौरान टोपे ने कहा कि जालना में 107 साल की वृद्ध महिला उसके 80 साल के बेटे सहित परिवार के अन्य सदस्यों को कोरोना हुआ था, लेकिन सभी कोरोना को मात देकर घर वापस आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना का इलाज हो सकता है, बशर्ते सही समय पर मरीज को उपचार के लिए अस्पताल लाया जाए। सरकार ने राज्य के सभी जिलों व तहसीलों में कोरोना केयर सेंटर बनाए हैं। जहां इलाज के लिए सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हैं। जरूरत है तो सिर्फ कोरोना मरीज के सतर्कता बरतने की और इस बात का ध्यान रखने की कि उसकी वजह से किसी और को कोरोना न हो
क्वारेंटाईन के प्रकार के बारे में उन्होंने कहा कि जिनके घर छोटे है और कई लोग रहते हैं ऐसे लोगों को किसी संस्था के स्थल पर रखा जाता है। जिसे इंस्टिट्यूशनल क्वारेंटाईन कहा जाता है। जिनके घर बड़े हैं और सभी सदस्यों के लिए अलग-अलग कमरे हैं, वे सावधानियां बरत सकते हैं, तो उन्हें होम क्वारेंटाईन किया जाता है। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिन्हें शुगर, हृदय व बीपी सहित अन्य बीमारियां हैं। उनको कोरोना संक्रमण का खतरा अधिक रहता है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिनके शरीर में ऑक्सीजन का स्तर 95 प्रतिशत से कम है, उन्हें अस्पताल में भर्ती होना जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की 356 तहसील में दो हजार से अधिक कोविड केंद्र हैं। इसके साथ ही ढाई लाख बेड की व्यवस्था है। कोरोना से होनेवाले मौत के आकड़ों के रिकॉर्ड में पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है।
Created On :   3 Sept 2020 8:28 PM IST