- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- औरंगाबाद
- /
- भड़का किसान आंदोलन, चक्काजाम और...
भड़का किसान आंदोलन, चक्काजाम और आगजनी में 2 किसान घायल
डिजिटल डेस्क, औरंगाबाद। अहमदनगर की शेवगांव तहसील में पिछले 10 दिनो से जारी किसान आंदोलन अचानक भड़क गया। जहां गन्ना उत्पादक किसान कटाई से पहले दाम घोषित करने की मांग को लेकर 5 नवंबर से आंदोलन कर रहे थे, लेकिन मांग पूरी न होने पर किसान संगठनों ने बुधवार सुबह 11 बजे पैठण-शेवगाव राजमार्ग पर चक्काजाम किया। गुस्साए किसानों ने सड़क पर टायर और सूखी झाड़ियां जलाकर आगजनी की। गुस्साई भीड़ ने सरकारी बस को आग के हवाले कर दिया।
पुलिस ने संभाला मोर्चा
सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। हालांकि किसानों का गुस्सा शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा था। आंदोलनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। किसान आंदोलन ने हिंसक रूप लेते हुए पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।
गोली लगने से दो किसान घायल, फूंकी बस
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर झूमाझटकी हुई। बात बिगड़ते ही गोलाबारी की नौबत आ गई। इस दौरान दो किसान घायल हो गए। घायल किसानों का नाम अमोल मापारी और बाबूराव डुकले बताया जा रहा है। दोनो पैठण गांव के निवासी हैं। घायलों में एक के सीने पर गोली लगी। जब्कि दूसरे के हाथ में गोली लगने से वो घायल हो गया। दोनो को गंभीर हालत में अहमदनगर के जिला अस्पताल भर्ती कराया गया है।
किसान नेताओं की धड़पकड़
गन्ना उत्पादक किसान इस साल पेराई के वक्त प्रति टन 3 हजार 100 रुपए दाम देने की मांग कर रहे थे। जिसे लेकर स्वाभिमानी किसान संगठन और गन्ना उत्पादक किसान कृति समिति ने सोमवार से इलाके में अपने ट्रैक्टर ट्रॉली खड़े कर दिए थे। जिनपर काफी मात्रा में गन्ना लदा है। किसान आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने संगठनों के नेताओं की धरपकड़ भी शुरु कर दी। इस दौरान किसान नेता प्रकाश बाड़वडकर, अमरसिंह कदम, शेवगांव के दादासाहेब टाकड़कर, संदीप मोटकर, शुभम सोनावड़े, दत्तात्रय फुंदे, संतोष गायकवाड़, बालासाहेब फटांगरे सहित लगभग 15 को हिरासत में लिया। जिसके बाद किसान संगठनों ने सड़क पर चक्काजाम कर आंदोलन शुरू कर दिया था। इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। हालांकि हालात काबू में बताए जा रहे हैं।
Created On :   15 Nov 2017 7:10 PM IST