नो-इन्ट्री टाइम पर ट्रक की चपेट में आने से बालिका समेत 2 की मौत

2 killed, including girl, due to truck collision on no-entry time
नो-इन्ट्री टाइम पर ट्रक की चपेट में आने से बालिका समेत 2 की मौत
नो-इन्ट्री टाइम पर ट्रक की चपेट में आने से बालिका समेत 2 की मौत

डिजिटल डेस्क  सतना। नो-इन्ट्री की विशेष छूट में शामिल एक ट्रक नंबर एमपी 17 एचएच-1191 की चपेट में आने से जहां 35 वर्षीया एक महिला सीता सिंह की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं गंभीर रुप से घायल महज 6 साल की बालिका मन्नत पहलाजानी ने जिला अस्पताल ले जाने से पहले ही दम तोड़ दिया। ये हादसा रविवार को दोपहर 12 बजे  यहां शहर के अंदर बिड़ला रोड पर बस स्टैंड से कुछ ही फासले पर हुआ। इसी बीच मौके पर मौजूद राहगीरों ने ट्रक ड्राइवर कृष्णपाल सिंह को पकड़ कर बेदम पिटाई की। गंभीर रुप से घायल ड्राइवर को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है। दोनों मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए फौरी तौर पर 5-5 हजार रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई गई है। आरोपी ड्राइवर के खिलाफ आईपीसी के सेक्सन 304 ए और 279 के तहत मुकदमा कायम किया गया है।   

ऐसे  बिगड़ा संतुलन 
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ये हादसा उस वक्त हुआ जब बम्हनगवां निवासी सीता सिंह पति नागेन्द्र सिंह , 6 साल की मन्नत पुत्री स्व.कमलेश पहलाजानी और अपनी 12 वर्षीया पुत्री रिया के साथ सिंधी कैंप जा रही थी। सीता सिंह , मन्नत के घर में पापड़ बनाने का काम करती थी। मन्नत के पिता की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। जिस वक्त तीनों सिंधीकैंप जाने के लिए   बिड़ला रोड क्रास कर रही थीं उसी वक्त सेमरिया चौक की ओर से कृषि उपज मंडी की ओर जा रहे  ट्रक नंबर एमपी 17 एचएच-1191 नगर निगम की कचरा गाड़ी को ओवर टेक करते हुए तेजी से आगे बढ़ा। आरोप है कि इसी बीच ड्राइवर का संतुलन बिगडऩे से ट्रक के साइड का हिस्सा मन्नत के सिर पर लगा और वो वहीं पर गिर पड़ी। मन्नत को बचाने की कोशिश में ही सीता सिंह भी सडक़ पर जा गिरीं।  ट्रक का पिछला चका उनको रौंदते हुए आगे बढ़ गया। सीता की मौके पर ही मौत हो गई जबकि गंभीर रुप से घायल मन्नत को दम जिला अस्पताल  ले जाने से पहले ही टूट गया। 

भडक़ा भीड़ का गुस्सा, ड्राइवर की बेदम पिटाई 
बिड़ला रोड पर दिनदहाड़े इस सडक़ हादसे से नाराज राहगीरों ने ट्रक ड्राइवर कृष्णपाल सिंह पिता रामटेक को (40) निवासी सेमरी गहरी (कोटर) को पकड़ कर बेदम पिटाई की। ड्राइवर की तकरीबन आधे घंटे तक धुनाई हुई। यातायात चौकी से चंद फासले पर हुए इस हादसे के बाद भी पुलिस को मौके पर पहुंचने में आधा घंटा से भी ज्यादा वक्त लगा। तब तक भीड़ के हत्थे चढ़ ट्रक ड्राइवर की सरेआम जमकर धुनाई हुई। घायल ट्रक ड्राइवर को भारी जद्दोजहद के बीच जिला अस्पताल ले जाया गया। हादसे के लिए जिम्मेदार ट्रक पतौरा गोदाम में गेहंू अनलोड करने के बाद कृषि उपज मंडी जा रहा था।   

आटो पर उतरा पुलिस का गुस्सा 
घायल ट्रक ड्राइवर कृष्णपाल सिंह को अकेले जिला अस्पताल ले जाने से इंकार करने पर कोलगवां पुलिस ने आटो को कब्जे में ले लिया है। मौके पर इसी बात को लेकर बड़ी देर तक जद्दोजहद चली। असल में पुलिस ने आटो चालक को घायल ट्रक ड्राइवर को जिला अस्पताल ले जाने की हिदायत दी,मगर आटो चालक ने कम से कम एक सिपाही साथ में भेजने की जिद पर अड़ गया। लिहाजा पुलिस ने आटो कब्जे में लेकर चालक को पैदल कर दिया। 

मां की मृत्यु से अनाथ हो गईं 2 बेटियां 
इस सडक़ हादसे ने  एक मासूम बालिका और एक बेकसूर महिला की जहां जान ले ली,वहीं इसी हादसे  में सीता सिंह की मृत्यु के कारण उनकी 2 बेटियां भी अनाथ हो गई हैं। मृतका सीता की बड़ी बेटी नीतू 15 और छोटी बेटी रिया महज 12 साल की है। घर में पुरुष सदस्य के तौर पर बेटियों के बुजुर्ग बाबा शिशुपाल सिंह हैं। शिशुपाल फुटपाथ पर बैठ कर पान लगाते हैं। इस बेहद गरीब परिवार के भरण पोषण के लिए सीता सिंह, सिंधी कैंप में वंदना पहलाजानी के घर पर 100 रुपए रोज के हिसाब से पापड़ बेलने का काम करती थीं। मृतका मन्नत की मां वंदना के पति की किडनी की बीमारी के कारण पहले ही मृत्यु हो चुकी है। उनका 15 वर्ष का बेटा रितिक है। मुश्किलों के दिनों में सीता सिंह और वंदना का परिवार परस्पर मिल कर किसी तरह गुजर बसर कर रहा था। इसी बीच ये हादसा दोनों परिवारों पर पहाड़ की तरह टूट पड़ा।   

शहर के अंंदर विशेष अनुुमति से दौड़ रहे हैं ऐसे 125 ट्रक
जिला मुख्यालय में यहां शहर के अंदर रोज सुबह 7 बजे से रात 10 बजे तक नो-इन्ट्री के तहत  ट्रकों का प्रवेश प्रतिबंधित रहता है। मगर,  इस अवधि के दौरान  प्रशासन ने भारी जनविरोध के बाद भी 125 ट्रकों को प्रवेश की विशेष अनुमति दे रखी है। विशेष अनुमति उन खाली और लोड ट्रकों को प्रदान की गई है,जो ट्रक खाद्यान्न, नमक,प्याज और यूरिया के परिवहन कार्य में लगे हुए हैं। रविवार को 2 मौतों के लिए जिम्मेदार ट्रक नंबर  एमपी 17 एचएच-1191भी इसी विशेष अनुमति की फेहरिस्त में शामिल है। इस ट्रक को नो इन्ट्री के प्रतिबंधित समय के बीच सुबह 8 बजे से 10 बजे तक, दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक रात 8 बजे से 10 बजे शहर में आने जाने की अनुमति प्राप्त थी।

Created On :   23 April 2018 1:56 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story