बोगी में 20 सीट, टिकट दिए 50 से ज्यादा - रेलवे की गफलत से परेशान हो रहे यात्री

20 seats in bogies, tickets given more than 50 - passengers are troubled by railway failure
बोगी में 20 सीट, टिकट दिए 50 से ज्यादा - रेलवे की गफलत से परेशान हो रहे यात्री
बोगी में 20 सीट, टिकट दिए 50 से ज्यादा - रेलवे की गफलत से परेशान हो रहे यात्री

डिजिटल डेस्क  कटनी । इन दिनों रेलवे द्वारा शुरू की गई ट्रेनें कोविड स्पेशल के नाम पर चलाई जा रही हैं। जिनमें जनरल बोगी में भी यात्रा करने के लिए रिजर्वेशन कन्फर्म होना जरूरी है। इससे यात्रियों पर तो आर्थिक बोझ पड़ रहा है लेकिन जब कन्फर्म टिकट के बाद भी सीट नहीं मिले तो यात्रियों की परेशानी बढ़ जाती है। इसी तरह के हालातों से जबलपुर से निजामुद्दीन के लिए चल रही गोंडवाना एक्सपे्रस 02181 के हैं। रेलवे ने इस टे्रन में एसएलआर के बाजू वाली बोगी को डी-1 कर दिया है। पहले यह महिला कोच होता है। इस बोगी में मात्र 20 सीटें ही हैं लेकिन इस बोगी के लिए 50 से अधिक टिकट जारी किए जा रहे हैं। इस टे्रन को शुरू हुए महीनों बीत गए लेकिन रेलवे ने अब तक इस गफलत में सुधार नहीं किया।
विवश होकर  बदलना पड़ी बोगी
दिल्ली तक बच्चों के साथ यात्रा कर रही विमला खत्री को भी ऐसी ही परेशानी से जूझना पड़ा। डी-1 में उन्हे सीट नंबर 42, 43, 44 अलाट हुई थी। पूरी बोगी में उक्त सीट नंबर नहीं मिला तब उन्हे विवश होकर बोगी बदलना पड़ी और डी-2 में यात्रा करने मजबूर हुई। जबलपुर से सागर जा रहे योगेन्द्र तोमर का भी यही हाल था। उन्हे भी डी-1 में 54 नंबर की सीट दी गई लेकिन यह सीट भी उस बोगी में नहीं थेे। वे भी डी-2 में सफर करने मजबूर हुए। गायब सोशल डिस्टेंसिंग-वैसे तो अब प्लेटफार्म में वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को प्रवेश ही नहीं मिलता है लेकिन रेलवे की गफलत के कारण कोच में सोशल डिस्टेंसिंग गायब है। स्टेशन में छह गज की दूरी का संदेश तो सुनाई देता है पर टे्रनों में यह नारा फेल नजर आता है।जब सीटों से दोगुना ज्यादा टिकट जारी कर दिए जाते है, तब एक सीट पर चार लोग बैठने विवश होते हैं।
 

Created On :   28 Oct 2020 3:38 PM IST

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