सात महीनों में गई 23 बाघों की मौत, वन्य जीवों के हमले में गई 65 लोगों की जान

23 tigers died in seven months, 65 people lost their lives in the attack of wildlife
सात महीनों में गई 23 बाघों की मौत, वन्य जीवों के हमले में गई 65 लोगों की जान
विधानसभा सात महीनों में गई 23 बाघों की मौत, वन्य जीवों के हमले में गई 65 लोगों की जान

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य में इस साल जनवरी से जुलाई तक 23 बाघों की मृत्यु हुई थी। इसमें से 15 बाघों की जान प्राकृतिक कारणों के चलते गई जबकि उमरेड-पवनी-करहांडला में 4 बाघों को जहर देकर मारा गया। 2 बाघों का शिकार किया गया जबकि रेलवे हादसे और बिजली के झटके के चलते 1-1 बाघो की जान गई। विधानसभा में कांग्रेस के अशोक पवार,प्रतिभा धानोरकर आदि द्वारा पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने यह जानकारी दी। एक अन्य सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि राज्य में इस 30 सितंबर तक वन्य जीवों के हमले में 65 लोगों की जान गई है। इसमें से 39 लोगों की मौत बाघ के हमले में हुई है। पिछले साल इस दौरान जंगली जानवरों के हमले में 61 लोगों की जान गई थी जिसमें 50 विदर्भ के थे।   

समृद्धि महामार्ग की वजह से खराब अमरावती की सड़कों की हुई मरम्मत

अमरावती में मुंबई नागपुर समृद्धि महामार्ग के काम के दौरान भारी सामान ले जाने के चलते खराब हुए 12 रास्तों में 10 की मरम्मत ठेकेदार ने कर दी। ठेके में इस बात की प्रावधान है कि भारी सामान ले जाने के चलते खराब होने वाले रास्ते की मरम्मत ठेकेदार को करनी होगी। सार्वजनिक निर्माणकार्य मंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रश्नकाल के दौरान यह जानकारी दी। कांग्रेस के बलवंत वानखेडे, सुरेश वरपुडकर, भाजपा के देवेंद्र फडणवीस आदि सदस्यों के सवाल के जवाब में मंत्री शिंदे ने कहा कि वाशिम जिले के जिन किसानों के समृद्धि महामार्ग के चलते पानी भरा है, सरकार उन्हें मुआवजा देगी साथ ही आगे ऐसा न हो इसके लिए कदम उठाए जाएंगे।शिवसेना के संजय रायमुलकर के सवाल के जवाब में मंत्री शिंदे ने बताया कि बुलढाणा जिले में भी खराब हुए 33 किलोमीटर रास्ते में से 27 किलोमीटर की मरम्मत कर ली गई है। 

मार्च तक पूरा होगा खामगांव-जालना मार्ग का कार्य

खामगांव जालना के बीच रास्ते के चौड़ीकरण का काम मार्च 2022 तक पूरा करने की कोशिश है। इससे जुड़े कुछ मामले अदालत में लंबित है हमारी कोशिश है कि इसका हल जल्द निकले। सार्वजनिक निर्माणकार्य मंत्री अशोक चव्हाण ने प्रश्नकाल के दौरान यह जानकारी दी। शिवसेना के संजय गायकवाड, कांग्रेस के कैलाश गोरंटियाल के सवाल के जवाब में मंत्री चव्हाण ने बताया कि वन विभाग से मंजूरियां लेने में कुछ समय लगता है। वन विभाग की जमीन लेने के लिए उन्हें दूसरी जगह जमीन दी जाती है। 

परभणी में पेड़ों को लाग लगाने के मामले की हो रही जांच

परभणी के जिंतूर तालुका में स्थित निवली में इसी साल 30 अप्रैल को अज्ञात व्यक्ति ने आग लगा दी थी जिसमें यहां लगाए गए 75 हजार पेड़ों में से अब सिर्फ 22 फीसदी पेड़ ही बचे हैं। अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर इसकी जांच की जा रही है। प्रश्नकाल के दौरान विधानसभा में वनराज्य मंत्री दत्तात्रय भरणे ने यह जानकारी दी। भाजपा की भावना बोर्डीकर के सवाल के जवाब में राज्यमंत्री भरणे ने बताया कि यहां सिर्फ 10 फीसदी पेड़ लगाए जाने की शिकायत की जांच के लिए विभागीय वन अधिकारी औरंगाबाद की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गई है। 
 

Created On :   28 Dec 2021 7:24 PM IST

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