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महिलाओं-बच्चों के यौन उत्पीड़न के 2,671 मामले लंबित
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के फॉरेंसिक लैब में बच्चों और महिलाओं से यौन उत्पीड़न से संबंधित 2 हजार 671 मामले प्रलंबित हैं। विधान परिषद में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में प्रदेश के गृह मंत्री दिलीप वलसे-पाटील ने यह जानकारी दी। गृह मंत्री ने बताया कि जनवरी 2022 के आखिर तक बच्चों के यौन उत्पीड़न से जुड़े 1 हजार 619 मामले और महिलाओं के यौन उत्पीड़न से संबंधित 1 हजार 52 मामले राज्य भर के फॉरेंसिक लैब में प्रलंबित हैं। उन्होंने बताया कि कोल्हापुर और नांदेड़ के फॉरेंसिक लैब में नया डीएनए विभाग शुरू किया गया है। मुंबई, पुणे और नागपुर के फॉरेंसिक लैब में फास्ट ट्रैक डीएनए जांच शुरू कर दी गई है। वहीं अमरावती, औरंगाबाद और नाशिक में फास्ट ट्रैक डीएनए यूनिट स्थापित करने के लिए प्रशासनिक मंजूरी प्राप्त हुई है। कांग्रेस सदस्य प्रज्ञा सातव और भाजपा सदस्य सुजित सिंह ठाकुर ने इस संबंध में लिखित सवाल पूछा था।
पुणे के एसपी को निलंबित करने विधान परिषद में हंगामा
विधान परिषद में पुणे ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक अभिनव देशमुख को निलंबित करने की मांग को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। विपक्ष के सदस्य सभापति के आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। साथ ही देशमुख की तस्वीर वाले पोस्टर भी लहराए। विपक्ष के हंगामे के चलते सभापति रामराजे नाईक-निंबालकर को सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान सदन में भाजपा के सदस्य गोपीचंद पडलकर ने देशमुख द्वारा पुलिस अधिकारी रामचंद्र कानगुड के तबादले के लिए जारी आदेश में अपमानजनक शब्द लिखने का मुद्दा उठाया था। पडलकर ने कहा कि देशमुख ने तबादले के आदेश में लिखा था कि कानगुड का एक महिला के साथ अनैतिक संबंध है। लेकिन बाद में देशमुख ने कहा कि टाइपिस्ट की गलती से ऐसा लिख दिया गया था। पडलकर ने कहा कि तबादले के आदेश पर देशमुख का हस्ताक्षर है। लेकिन गलती के लिए टाइपिस्ट को जिम्मेदार ठहरा दिया गया। लेकिन यह घटना संबंधित महिला के लिए अपमानजनक व आपत्तिजनक है। इसलिए इस घटना के लिए देशमुख को निलंबित किया जाना चाहिए। इस पर प्रदेश के गृह राज्य मंत्री शंभुराज देसाई ने कहा कि देशमुख ने संबंधित महिला से माफी मांग ली है। राज्य के गृह विभाग के उप सचिव ने देशमुख को पत्र भेजकर उचित निर्देश दिए हैं। अब देशमुख दोबारा ऐसी गलती नहीं करेंगे। इस बीच सदन में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने कहा कि देशमुख के मामले को सरकार हल्के में ले रही है। देशमुख को निलंबित किया जाना चाहिए। देरकर ने कहा कि मैंने पुणे में राकांपा को लेकर गाल चुमने के संबंध में एक बयान दिया था। उस बयान का गलत मतलब निकालकर देशमुख ने मेरे खिलाफ मामला दर्ज कर दिया था।
Created On :   7 March 2022 8:03 PM IST