गेहूँ खरीदी में की 27 लाख की धोखाधड़ी, दर्ज हुई एफआईआर

27 lakh fraud in wheat purchase, FIR registered
गेहूँ खरीदी में की 27 लाख की धोखाधड़ी, दर्ज हुई एफआईआर
गेहूँ खरीदी में की 27 लाख की धोखाधड़ी, दर्ज हुई एफआईआर

जाँच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई, किसानों से हर तौल पर लिए गए रुपए
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी में जमकर घालमेल होता है, अपनी उपज बेचने के लिए किसानों को कमीशन देना होता है, नहीं तो उनकी उपज को रिजेक्ट कर दिया जाता है। ऐसे ही एक मामले की जब शिकायत हुई और उसकी जाँच की गई तो 27 लाख रुपए से ज्यादा की धोखाधड़ी का मामला सामने आया। इस मामले में लिप्त लोगों ने भी माना कि हर तौल पर किसानों से उन्होंने रुपए लिए। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अब पनागर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। एसडीएम जबलपुर मणिन्द्रसिंह ने खाद्य विभाग में पदस्थ रोशनी पांडे की जाँच रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की। जानकारी के अनुसार पनागर क्षेत्र के कुशनेर पिपरिया स्थित आदि शक्ति प्राथमिक महिला आजीविका बहुउद्देशीय सहकारी संस्था द्वारा साईं समर्थ वेयर हाउस में गेहूँ खरीदी कराई गई थी। किसानों ने शिकायत की थी कि खरीदी केन्द्र में सिलाई और तुलाई के नाम पर 25 से 50 रुपए हर क्विंटल पर वसूले जा रहे हैं। जाँच में पता चला कि केन्द्र में हुई कुल खरीदी के अनुसार यहाँ 17,75,310 रुपए की राशि सिलाई-तुलाई के नाम पर किसानों से ली गई। इसी तरह अतिरिक्त मात्रा में 469 क्विंटल गेहूँ तौला गया जो लगभग 9,26,275 रुपए का होता है। इस तरह कुल 27,03,283 रुपए की धोखाधड़ी यहाँ की गई। 
ये रहे शामिल
खरीदी में हुई गड़बड़ी के मामले में खरीदी केन्द्र प्रबंधक श्रीमती रजनी दुबे, कर्मचारी बसंत पटेल, विवेक पटेल एवं रत्नेश पटेल को दोषी पाया गया। मामले में सभी के बयान हुए इसके बाद पनागर थाने में सभी के खिलाफ रोशनी पांडे द्वारा एफआईआर दर्ज कराई गई है। 
इनका कहना है
समर्थन मूल्य पर वर्ष 2021-22 में हुई गेहूँ खरीदी के मामले में खाद्य शाखा द्वारा जो रिपोर्ट आई थी, उसमें कलेक्टर के अनुमोदन के बाद कार्रवाई की गई है। खरीदी के दौरान जो अनियमितताएँ पाई गईं, उसके आधार पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। 
-मणिन्द्र सिंह, एसडीएम जबलपुर
 

Created On :   16 July 2021 2:24 PM IST

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