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धारकुंडी के जंगल में धरे गए 3 शिकारी, निशाने पर था टाइगर का जोड़ा

डिजिटल डेस्क सतना। जिले का मझगवां वन परिक्षेत्र जहां बाघों का स्थाई रहवास बन चुका है,वहीं इन्हीं बाघों पर शिकारियों की भी बुरी नजर है। सोमवार को शिकारियों की सक्रियता का सनसनीखेज खुलासा उस वक्त हुआ जब धारकुंडी के जंगल में गश्त कर रहे वन अमले ने 3 शिकारियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी गोरेखान और शिब्बूखान जहां सभापुर थाना क्षेत्र के तुरकहा के रहने वाले हैं, वहीं एक अन्य शिकारी बिहारी साकेत को शिकार के लिए इन्हीं दोनों ने खाम्हा खूझा से बुलाया था।
करंट लगा कर थी मारने की साजिश
वन मंडला अधिकारी राजीव मिश्र ने बताया कि धारकुंडी के जंगल में हाल ही में देखा गया बाघों का जोड़ा इन शिकारियों के निशाने पर था। आरोपी करंट लगा कर थी मारने की साजिश में थे। इनके पास से लगभग सवा 3 किलोमीटर बिजली की तार, 62 खूंटियां और टार्च भी बरामद कर जब्त की गई है। बताया गया है कि जंगल में जिस जगह से इन शिकारियों को पकड़ा गया है,वहां से टाइगर का मूवमेंट महज 200 मीटर के फासले पर था। मगर, गश्ती दस्ते की सक्रियता के कारण ये नापाक कोशिश अंतत: कामयाब हो गई। तीनों आरोपियों को हिरासत में रख कर पूछताछ की जा रही है।
सतत निगरानी से मिली कामयाबी
जिले के मझगवां वन क्षेत्र में इधर एक लंबे अर्से से बाघों का मूवमेंट सुर्खियों में है। मझगवां के जंगल में बाघों के प्रजनन और जीवन के लिए अनुकूल भागौलिक और प्राकृतिक स्थिति के कारण प्राय: बाघ मुंबई-हावड़ा रेल मार्ग के किनारे और चित्रकूट-सतना स्टेट हाइवे पर देखे जा रहे हैं। वन विभाग इन बाघों के मूवमेंट पर नजर रखता है। सतत निगरानी का ही नजीता है कि 3 शिकारी सोमवार को धारकुंडी के जंगल में अंतत: धरे गए।
Created On :   18 Feb 2020 2:19 PM IST