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औरंगाबाद में मौसंबी के लिए सिट्रस इस्टेट लगाने 36 करोड़ मंजूर
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य सरकार ने औरंगाबाद के पैठण तहसील में मौसंबी के फल की फसल के लिए "सिट्रस इस्टेट" स्थापित करने के लिए 36 करोड़ 44 लाख रुपए देने को मान्यता दी है। शुक्रवार को राज्य के रोजगार गारंटी मंत्री योजना व फलोत्पादन मंत्री संदीपान भुमरे ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पैठण तहसील के फलों के बगीचों में मौसंबी फल के लिए सिट्रस इस्टेट स्थापित किया जाएगा। सिट्रस इस्टेट बनाने के लिए चरण बद्ध तरीके से निधि उपलब्ध कराई जाएगी। यह सिट्रस इस्टेट मौसंबी का दर्जेदार उत्पादन, किसानों को प्रशिक्षण और नए तकनीक के प्रसार करने में मददगार साबित होगा। भुमरे ने कहा कि मौसंबी उत्पादन में महाराष्ट्र देश भर में पहले स्थान पर है।
मराठवाड़ा में होता है 39 हजार हेक्टेयर में मौसंबी की खेती
मराठवाड़ा में मौसंबी फसल के लिए अनुकूल मौसम होता है। मराठवाड़ा में लगभग 39 हजार 370 हेक्टेयर क्षेत्र में मौसंबी के बगीचे हैं, इसमें से औरंगाबाद में 21 हजार 525 हेक्टेयर और जालना में 14 हजार 325 हेक्टेयर क्षेत्र में मौसंबी की पैदावार होती है। उन्होंने कहा कि मराठवाड़ा की दृष्टि से मौसंबी के फसल के लिए शाश्वत उत्पादन, प्रक्रिया और निर्यात के लिए क्लस्टर बनाने के लिए आवश्यकता है। सिट्रस इस्टेट की स्थापना से मौसंबी फल की प्रक्रिया, संकलन, ग्रेडिंग, भंडारण, विपणन, भंडारण और निर्यात के लिए गति दी जा सकेगी। इससे देश अंतर्गत और अंतराष्ट्रीय निर्यात विपणन श्रृंखला का निर्माण करना संभव हो सकेगा।
Created On :   14 Jan 2022 8:23 PM IST