गोहलपुर नई बस्ती से बायपास तक 4 किमी का इलाका धूल में नहा रहा, कोरोना काल में बड़ी आबादी हलाकान

4 km area from Gohalpur Nai Basti to Bypass bathed in dust, large population halakan in Corona period
गोहलपुर नई बस्ती से बायपास तक 4 किमी का इलाका धूल में नहा रहा, कोरोना काल में बड़ी आबादी हलाकान
गोहलपुर नई बस्ती से बायपास तक 4 किमी का इलाका धूल में नहा रहा, कोरोना काल में बड़ी आबादी हलाकान

पूरी सड़क के धुर्रे उड़े - शाम और सुबह के वक्त हर तरफ धूल ही धूल, घरों के दरवाजों में लोगों ने पॉलीथिन लटकाई, सालों से सड़क का पता नहीं, सड़क बनाने का प्लान बना पर जमीन पर नहीं उतारा
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
गोहलपुर नई बस्ती से अमखेरा होते हुये बायपास तक पहुँचना किसी चुनौती से कम नहीं है। इस पूरे इलाके में सड़क लगभग गायब है और आदमी धूल में पूरे समय नहा रहा है। घरों की हालत ऐसी है कि लोगों ने घरों के दरवाजों, दुकान की शटर में धूल से बचने पॉलीथिन तक लगवा ली हैं। कोरोना काल में हर पल सफाई के साथ श्वास संबंधी बीमारी, एलर्जी से बचने की सलाह विशेषज्ञ देते हैं पर 4 किलोमीटर की इस सड़क पर  तो जैसे महामारी बाँटने का पूरा इंतजाम ही किया जा रहा है। गोहलपुर नई बस्ती से अमखेरा, खजरी खिरिया मार्ग के पूरी तरह से धुर्रे उड़ चुके हैं। सड़क के बदहाल स्थिति में पहुँचने से हर तरफ गड्ढों के साथ धूल ही धूल नजर आती है।  यह क्षेत्र नगर निगम की सीमा में आता है पर लगता ही नहीं कि यह इलाका किसी तरह निगम सीमा में है। हर तरफ हालात सड़क की वजह से भयावह नजर आते हैं। 
सड़क की वजह से लोग  एलर्जी और मौसम अस्थमा तक के शिकार हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि यदि जल्द इस सड़क का सुधार न हुआ तो कोरोना काल में लोग और भी श्वास संबंधी बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। एक तो सड़क के गड्ढे निकलने के दौरान चैन नहीं लेने देते, ऊपर से उड़ती धूल जान की दुश्मन साबित हो रही है। सड़क के बदतर हालत में नगर निगम का कहना है कि इसका प्रस्ताव नगर निगम ने बनाया है यदि राज्य सरकार प्रस्ताव स्वीकृत कर  बजट देती है तो इसको प्राथमिकता से बनवाया जाएगा। 
18 करोड़ का सिर्फ प्रस्ताव बना 
इस मार्ग का कायाकल्प करने के लिए नगर निगम ने बीते दो तीन सालों में करीब 18 करोड़ रुपए की राशि का प्रस्ताव बनाया। इसके बाद इसको नगरीय कल्याण विभाग भेजा। प्रपोजल यहाँ से भेजा जरूर पर शासन स्तर पर इसमें किसी तरह से ऐसा लगता ही नहीं कि विचार हो रहा है। नगर निगम लोक निर्माण विभाग के अधिकारी कहते हैं कि इसके लिए दोबारा  एक पत्र भी भेजा गया कि जल्द विचार हो पर उसका उत्तर भी नहीं मिल सका है। कुल मिलाकर एक प्रपोजल बनाकर भेजा और अपने काम को पूरा मान लिया गया। जनता को होने वाली परेशानी से आगे कोई वास्ता नहीं है। 
व्यापारियों के लिए भी उपयोगी 
गोहलपुर में रेडीमेट गारमेंट्स कॉम्प्लेक्स हैं यदि कोई बड़ा ट्रक या बायपास से कोई सामग्री शहर के अंदर कॉम्प्लेक्स तक मंगवानी हैं तो इस रोड का उपयोग किया जा सकता है। इसी तरह शहर के अंदर जो वाहन प्रवेश कर पूरा चक्कर लगाकर दुकानों तक माल पहुँचाते हैं, वे गोहलपुर अमखेरा और खजरी खिरिया बायपास मार्ग यदि बेहतर हो तो सहजता से आ जा सकते हैं। अभी फिलहाल भरे या लोडेड वाहन के साथ  इस मार्ग का उपयोग करना खतरों से खाली नहीं है। 
कम से कम थिगड़े ही लगवा देते  
यहाँ रहने वाले लोगों का कहना है कि यदि नगर निगम को यह सड़क नहीं बनवानी या बजट की कोई समस्या है तो कम से कम सड़क को चलने लायक तो बनाया ही जा सकता है। जहाँ पर सड़क ज्यादा खराब है उसमें थिगड़े लगवा दिए जाएँ तो निकलना कुछ आसान हो सकता है पर अफसोस सालों से यह काम तक नहीं हो सका।  हाल फिलहाल कोई हालात नजर नहीं आ  आते हैं कि किसी तरह का सुधार यहाँ पर हो सकता है।


 

Created On :   24 Dec 2020 8:30 AM GMT

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