गृहमंत्री निवास के 5 और रवि भवन कार्यालय के 10 कर्मचारी पॉजिटिव, अस्पतालों में स्टाफ की कमी

5 employees Positive of home ministers residence and 10 employees of Ravi Bhavan
गृहमंत्री निवास के 5 और रवि भवन कार्यालय के 10 कर्मचारी पॉजिटिव, अस्पतालों में स्टाफ की कमी
गृहमंत्री निवास के 5 और रवि भवन कार्यालय के 10 कर्मचारी पॉजिटिव, अस्पतालों में स्टाफ की कमी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना संक्रमण ने गृहमंत्री अनिल देशमुख के सिविल लाइंस स्थित निवास और रवि भवन स्थित कार्यालयों को चपेट में ले लिया है। गृहमंत्री निवास के 5 कर्मचारी और रवि भवन कार्यालय के 10 कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बंगले के कर्मचारियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर गृहमंत्री का परिवार फ्लैट में शिफ्ट हो गया है। पॉजिटिव आए कर्मचारियों को होम आइसोलेट किया गया। गृहमंत्री निवास से अत्यावश्यक कामकाज जारी है।

पूर्व महापौर अटलबहादुर सिंह कोरोना पॉजिटिव

‘किंगमेकर’ के रूप में प्रसिद्ध शहर के पूर्व महापौर अटलबहादुर सिंह कोरोना पॉजिटिव पाए गए। उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनके स्वास्थ्य में सुधार बताया जाता है। लंबे समय से बीमार 78 वर्षीय अटलबहादुर सिंह की पिछले दिनों कोरोना जांच की गई, जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उनके दो कर्मचारी भी पॉजिटिव पाए गए हैं। 3 सितंबर को अटलबहादुर सिंह को कोराडी मार्ग स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। उनके स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। 

स्टाफ की कमी के कारण नहीं कर रहे मरीजों को भर्ती

अस्पतालों में बेड की कमी पर केंद्रित सू-मोटो जनहित याचिका पर सोमवार को बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ में सुनवाई हुई। इसमें जिलाधिकारी ने कोर्ट को जानकारी दी कि सरकारी व निजी अस्पतालों के चिकित्सक-स्टाफ से चर्चा के बाद अस्पतालों में मैनपावर की कमी की बात सामने आई। इधर, मनपा ने माना है कि अस्पताल मरीजों को इसलिए भर्ती नहीं कर रहे हैं, क्योंकि उनके पास पर्याप्त मैनपावर नहीं है। निजी और सरकारी अस्पताल दोनों में यही स्थिति है। दूसरा मुख्य कारण यह है कि नागपुर शहर के अस्पतालों पर न सिर्फ पूरे विदर्भ का लोड है, बल्कि मध्य प्रदेश से भी बड़ी संख्या में मरीज यहां आ रहे हैं। दूसरी ओर, जिलाधिकारी ने बताया  है कि अब तक कोरोना से निपटने के लिए प्रशासन ने 70 करोड़ 44 लाख रुपए वितरित किए हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि स्टाफ की कमी काे दूर करने के लिए सेवानिवृत्त व वरिष्ठ चिकित्सकों को सेवाएं देने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। कोर्ट द्वारा गठित की जाने वाली समिति में औषधि विभाग प्रमुख डॉ. राजेश गोसावी, प्रयोगशाला विभाग प्रमुख डॉ. दिनकर कुंभलकर, सूक्ष्मजीवशास्त्र विभाग प्रमुख डॉ.सुनीत श्रीखंडे व मेयो व मेडिकल के अधिष्ठाता को शामिल करने की सिफारिश की गई है। मनपा का पक्ष सुनकर हाईकोर्ट ने 10 सितंबर को मामले की प्रत्यक्ष सुनवाई रखी है। जिसमें मेयो-मेडिकल के अधिष्ठाता, एम्स सुपरिंटेंडेंट, जिलाधिकारी, मनपा आयुक्त व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित होंगे। मामले में एड.श्रीरंग भंडारकर न्यायालयीन मित्र के रूप में कामकाज देख रहे हैं। एड.निधि दयानी उन्हें सहकार्य कर रही है। मनपा के अनुसार शहर के मेडिकल, मेयो और एम्स अस्पताल के अलावा 33 निजी अस्पतालों में 1510 बेड की क्षमता है। निजी  लता मंगेशकर अस्पताल व शालिनीताई मेघे अस्पताल में 540 बेड हैं। इसके अलावा 4 सितंबर को मनपा ने 31 नए निजी अस्पतालों को कोरोना अस्पताल का दर्जा दिया है, जहां 1707 बेड  मौजूद है। मनपा का दावा है कि वे प्रतिदिन अस्पतालों में खाली बेड और अन्य जानकारी लेते रहते हैं। नागरिकों की मदद के लिए हेल्पलाइन व अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई है।

शराब कारोबारियों को करानी होगी कोरोना जांच

स्टेट एक्साइज विभाग ने जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी शराब कारोबारियों को खुद की कोरोना जांच कराने का फरमान जारी किया है। करीब 40 कारोबारियों ने अपनी रिपोर्ट विभाग को सौंप भी दी है। इसमें से सारी रिपोर्ट निगेटिव है। देसी शराब दुकान, वाइन शॉप व बियर बार संचालकों के साथ ही दुकान के कर्मचारियों की भी जांच जरूरी बताई गई है। इस फरमान से पहले ही 3 शराब कारोबारी कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं।

कोविड टेस्ट कराना जरूरी 

केशव चौधरी, निरीक्षक, स्टेट एक्साइज विभाग के मुताबिक कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए शराब कारोबारियों को खुद की कोविड टेस्ट करने को कहा गया है। दुकान में बैठनेवाले कर्मचारियों पर भी यह नियम लागू होगा।  

जिले की स्थिति

बियर बार     700
बियर शॉपी     86
वाइन शॉप     115 
देसी शराब     282

Created On :   8 Sept 2020 3:53 PM IST

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