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मृत महिला को जिंदा बता कर ले लिया 58 लाख का मुआवजा, पीएम मोदी के नाम का किया इस्तेमाल
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मृत महिला को जिंदा बताकर उसकी जगह दूसरी महिला को उपविभागीय कार्यालय में अधिकारियों के सामने खड़ा कर 58 लाख रुपए मुआवजा हड़पने का एक मामला ठाणे जिले के भिवंडी में सामने आया है।मामले का खुलासा इसलिए हो सका क्योंकि महिला को ज्यादा मुआवजा दे दिया गया था। 32 लाख रुपए का अतिरिक्त मुआवजा वापस करने के लिए अधिकारियों ने नोटिस भेजा। यह नोटिस झांसा देकर ठगों द्वारा इस्तेमाल की गई महिला के परिवार को मिला तो उन्हें कुछ समझ में नहीं आया। घबराए परिवार वाले अधिकारियों के पास पहुंचे और बताया कि उन्हें थोड़े से ही पैसे मिले थे वे 32 लाख रुपए वापस कहां से करेंगे। अब अधिकारियों ने मुआवजा लेने के लिए पेश हुई महिला को फिर से नोटिस दिया है।हालांकि इस घोटाले का मुख्य सूत्रधार कोई और हैं, उन्होंने महिला को सिर्फ थोड़े से पैसे दिए थे और बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ओर से यह पैसे भेजे गए हैं। बाकी उसके खाते में गए पैसे दूसरे लोगों ने हड़प लिए। उसके पास वापस करने के लिए अब कोई पैसे नहीं हैं। अधिकारियों का कहना है कि मामले में महिला को नोटिस भेजा गया है। जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। दरअसल भिवंडी से गुजर रही मुंबई-वडोदरा हाईवे के लिए भिवंडी के दुगाडमें तीन हजार वर्गमीटर जमीन अधिग्रहित की गई थी। जमीनों का यह टुकड़ा ठकी सवर नाम की महिला के नाम था। ग्राम पंचायत के रिकॉर्ड के मुताबिक महिला की 20 अप्रैल 2011 को मौत हो गई थी लेकिन 2 मई 2018 को जालसाजों ने अधिकारियों के सामने एक बुजुर्ग महिला को खड़ा किया और दावा किया कि यही सवर हैं। इसके बाद अधिकारियों ने अगस्त 2021 में महिला के नाम पर 58 लाख 42 हजार 996 रुपए मुआवजे के रुप में जारी कर दिए। अब खुलासा हुआ है कि ठगों ने भागीरथी मुकणे नाम की महिला को सवर के नाम पर खड़ा किया था। भागीरथी की तस्वीर इस्तेमाल कर फर्जी कागजात के सहारे सवर के नाम पर बैंक खाता खोलकर मुआवजे की ज्यादातर रकम हड़प ली। बाद में अधिकारियों ने पाया कि एक ही सर्वे क्रमांक दो बार दर्ज कर लिया गया है। जिसके बाद सवर के घर 32 लाख 46 हजार 109 रुपए वापस करने का नोटिस भेजा गया। नोटिस भागीरथी के पोते किरण मुकणे को मिला तो वह घबरा गया और उसने एक सामाजिक कार्यकर्ता को मामले की जानकारी दी। इसके बाद अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई। अब छानबीन शुरू कर दी गई है। यह पहला मामला नहीं है इससे पहले इसी परियोजना के लिए नांदीठणे के किसान नारायण भोईर नाम की जमीन के बदले मिला 11 करोड़ 66 लाख रुपए का मुआवजा हड़पे जाने का खुलासा इसी साल अप्रैल महीने में हुआ था। मामले में निलंबित नायब तहसीलदार समेत कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।
Created On :   9 Nov 2022 9:25 PM IST