आदिवासी आश्रम स्कूलों के 65 बच्चों की मौत
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में साल 2017-18 से साल 2021-22 के बीच पांच सालों में सरकारी आश्रम स्कूल और अनुदानित आश्रम स्कूलों में बीमारी के चलते 65 विद्यार्थियों की मौत हुई है। इसमें आश्रम स्कूलों के 30 और अनुदानित आश्रम स्कूलों के 35 विद्यार्थियों का समावेश है। विधान परिषद में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में राज्य के आदिवासी विकास मंत्री विजय कुमार गावित ने यह जानकारी दी है। शिवसेना (उद्धव गुट) के सदस्य विलास पोतनीस और शिवसेना (उद्धव गुट) के सदस्य सुनील शिंदे ने आदिवासी आश्रम स्कूलों में विद्यार्थियों की मौत को लेकर सवाल पूछा था। गावित ने बताया कि आश्रम स्कूलों में रहने के दौरान विभिन्न बीमारी के कारण 35, हादसे में 4, बिजली के झटके से 2, सर्प दोष से 5, आत्महत्या के कारण 7 ऐसे कुल 53 विद्यार्थियों की मौत हुई है। जबकि बाकी विद्यार्थियों की मृत्यु अभिभावकों के पास में रहने के दौरान हुई है। गावित ने बताया कि आश्रम स्कूलों में बच्चों की होने वाली मौत की घटनाओं के अध्ययन के लिए सालुंके समिति का गठन किया गया था। इस समिति की सिफारिशों के अनुसार जिलाधिकारियों और आदिवासी क्षेत्रों की परियोजना स्तर पर विभिन्न समितियों का गठन किया गया है। इस बीच गावित ने कहा कि साल 2017 से 2022 के बीच आश्रम स्कूलों के विद्यार्थियों पर विभिन्न योजनाओं के तहत 1 हजार 9 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं।
Created On :   3 March 2023 10:04 PM IST