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छात्रों पर 67 हजार करोड़ का एजुकेशन लोन बकाया
डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारत में छात्र औसतन सात से नौ लाख रुपए का एजुकेशन लोन ले रहे हैं। वहीं विदेश में पढ़ाई करने के लिए छात्र 15 से 20 लाख रुपए का औसत लोन ले रहे हैं। इंजीनियिरंग और एमबीए कोर्स करने वाले विद्याथिर्यों की लोन लेने की हिस्सेदारी अधिक हो गई है। देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के कुल एजुकेशन लोन में इन दोनों कोर्स की हिस्सेदारी 50 फीसदी से अधिक है। देश में हर साल सरकारी, निजी बैंक और एनबीएफसी के द्वारा करीब 20 से 22 हजार करोड़ रुपए के एजुकेशन लोन दिए जा रहे हैं। क्रेडिट ब्यूरो रिपोर्ट्स-2019 के मुताबिक देश का एज्युकेशन फाइनेंसिंग का मार्केट करीब 91 हजार करोड़ रुपए का है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक छात्रों पर 25 अक्टूबर 2019 तक देश में 67 हजार 238 करोड़ रुपए का एजुकेशन लोन का बकाया था, जबकि 26 अक्टूबर 2018 को 69 हजार 330 करोड़ रुपए का बकाया था। बैंक के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक स्टूडेंट लोन तेजी से लौटा रहे हैं। अप्रैल से नवंबर 2019 के बीच एसबीआई ने कुल 4,291 करोड़ रुपए के एज्युकेशन लोन दिए।
जबकि वर्ष 2018-19 के दौरान बैंक ने 5,066 करोड़ रुपए के एजुकेशन लोन दिए थे। बैंक के प्रबंध निदेशक प्रवीण गुप्ता ने कहा कि एसबीआई का औसत एजुकेशन लोन सात लाख रुपए हैं। अधिक रोजगार की संभावना के चलते अब स्टूडेंट प्रोफेशनल कोर्स की तरफ मुड़ रहे हैं, यही कारण है कि हमारे लोन में 50 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी इंजीनियरिंग और एमबीए कोर्स करने वालों की हो गई है। यह बड़ा बदलाव है। गुप्ता के मुताबिक छात्र बढ़ी संख्या में विदेश में पढ़ाई करने के लिए एसबीआई से लोन ले रहे हैं। ऐसे लोन में 80 फीसदी हिस्सेदारी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और यूके में कोर्स करने वाले छात्रों की है। ऐसे छात्रों का औसत लोन साइज 34 लाख रुपए है। उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में एजुकेशन लोन का एनपीए घटा है, 30 सितंबर तक बैंक का एजुकेशन लोन एनपीए 1,161 करोड़ रुपए था। वहीं देश में सर्वाधिक लोन की मांग तमिलनाडु, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से आती है।
एजुकेशन लोन के क्षेत्र में कार्य करने वाली प्रमुख एनबीएफसी कंपनी अवांस फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ अमित गैंडा ने कहा कि हमारा औसतन लोन साइज देश में सात से नौ लाख रुपए का है। जबकि विदेश से कोर्स करने वाले विद्यार्थियों के द्वारा औसतन करीब 15 से 20 लाख रुपए का लोन लिया जाता है। अवांस करीब 45 देशों में कोर्स के लिए लोन देती है। गैंडा के मुताबिक हम 10 साल के लिए लोन देते हैं और छात्र पांच से छह वर्ष के अंदर यह लोन चुका देते हैं। परंपरागत प्रोफेशनल कोर्स के अतिरिक्त अब एविएशन, म्यूजिक, ऑटोमेशन, रोबोटिक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एग्रीबिजनेस, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और रूरल मैनेजमेंट जैसे कोर्स के लिए भी लोन दिया जा रहा है।
Created On :   15 Dec 2019 6:26 PM IST