जानलेवा सर्दी: 8 दिन में हार्ट अटैक से 8 मौतें, अस्पतालों में बढ़े हृदयाघात, लकवा और एंजाइना के मरीज

8 died due to heart attack,increased in numbers of heart patients
जानलेवा सर्दी: 8 दिन में हार्ट अटैक से 8 मौतें, अस्पतालों में बढ़े हृदयाघात, लकवा और एंजाइना के मरीज
जानलेवा सर्दी: 8 दिन में हार्ट अटैक से 8 मौतें, अस्पतालों में बढ़े हृदयाघात, लकवा और एंजाइना के मरीज

डिजिटल डेस्क, सतना। पूरे प्रदेश में ठंड ने कहर मचा रखा है। दिन में धूप के बाद भी हवायें चलने से गलन बनी रहती है, तो रात को पारा नीचे गिरने से तापमान कम होने लगता है। ऐसे में दिल का दौरा पड़ने से 8 दिन में 8 लोग की मौत हो गई है। ठंड की वजह से हार्ट अटैक के मरीज बढ़ते जा रहे हैं।

फिर नहीं उठे
नागौद के रहने वाले 70 वर्ष के मिथलेश श्रीवास्तव 31 दिसम्बर की रात जश्न मनाकर सोए। सुबह जल्दी उठे और पूजा-पाठ करने के बाद एक बार फिर लेट गए। सुबह का करीब साढ़े 8 बजा था। इस बार जब सोए तो सोते ही रह गए। नींद में ही उनके प्राण पखेरू उड़ गए। इसी तरह कांग्रेस नेता 60 वर्षीय धरम श्रीवास्तव 5 जनवरी को शाम साढ़े 5 बजे आराम करने के लिए लेटे तो उनकी भी आंख लग गई, लेकिन उनकी आंख भी दोबारा नहीं खुली। धरम श्रीवास्तव डायबिटिक पेशेंट थे मगर मिथलेश श्रीवास्तव को कोई भी ऐसी बीमारी नहीं थी। मौत से दो दिन पहले उन्होंने मेडिकल स्पेशलिस्ट से चेकअप भी कराया था। ईसीजी समेत सभी जांचों की रिपोर्ट सामान्य थी। दोनों की मौत की एक ही वजह हार्ट फेल्युअर।

3 अस्पतालों में भर्ती होते हैं हार्ट पेशेंट
जानकारों के मुताबिक सतना में जिला अस्पताल समेत 3 हॉस्पिटल ही हैं, जहां आमतौर पर हृदयरोगियों को भर्ती किया जाता है। हार्ट अटैक होने पर लोग प्रेम नर्सिंग होम और बिरला हॉस्पिटल या फिर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल का ही रूख करते हैं। जिला अस्पताल में जहां मेडिकल स्पेशलिस्टों की लम्बी फेहरिस्त है, वहीं बिरला में डॉ. एसके श्रीवास्तव तो प्रेम नर्सिंग होम्स में डॉ. राजेश जैन सेवाएं देते हैं।

जिला अस्पताल में सर्वाधिक मरीज
जानकारी के अनुसार 1 जनवरी से लेकर 8 जनवरी तक जिला अस्पताल के आईसीयू में 39 गंभीर मरीज भर्ती हुए, जिसमें से 15 मरीज हृदयरोगी रहे। यानि औसतन 2 हार्ट पेशेंट डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भर्ती हो रहा है, जबकि बिरला अस्पताल में रोजाना भर्ती होने वाले मरीजों का औसत 5 है। यही हाल प्रेम नर्सिंग होम का भी है। 3 उम्रदराज हृदयरोगियों ने जहां जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया तो बिरला अस्पताल पहुंचने वाले 2 मरीजों ने बीच रास्ते दम तोड़ दिया। 2 पेशेंट घर पर सोए तो सोते ही रह गए। बाद में चेकअप कराने पर पता चला कि दोनों की मौत हार्ट फेल्युअर के चलते हुई है। एक 40 वर्षीया महिला को सीने में दर्द की शिकायत पर मंगलवार को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया मगर रात को साढ़े 8 बजे के करीब वह भी चल बसी।

अस्पताल पहुंच रहे 3 तरह से के मरीज
मेडिकल स्पेशलिस्ट डॉ. एसके श्रीवास्तव कहते हैं कि मौजूदा समय पर 3 तरह के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। पहला हार्ट फेल्युअर के दूसरा लकवा के और तीसरा एंजाइना से पीड़ित । यह माइनर अटैक की स्टेज होती है। जब खून की सप्लाई पूरी तरह से धमनियों को नहीं मिल पाती है, तब सांस लेने में तकलीफ होती है। यह एंजाइना कहलाता है। डॉ. श्रीवास्तव के मुताबिक यही समय होता है, जब डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए।

दिल का ऐसे रखें ख्याल
1. ज्यादा सर्दी होने पर सुबह जल्दी सैर करने ना जाएं, सूर्योदय के बाद निकलें
2. ज्यादा एक्सरसाइज न करें क्योंकि थकान दिल पर दबाव डाल सकती है
3. धूप में जाएं, उचित व्यायाम करें और दिल पर दबाव न डालें
4. सर्दियों में बढ़ता है कॉलेस्ट्रॉल, अपने कॉलस्ट्रॉल का ध्यान रखें। यह दिल के खतरों को बढ़ाता है
5. हाईपोथर्मिया के खतरे से बचने के लिए खुद को गर्म रखें
6. सीने में हल्की सी भी बेचैनी, पसीना, जबड़े, गर्दन, बाजू और कंधों में दर्द, सांस का टूटना बिल्कुल नजर अंदाज न करें। इन लक्षणों के नजर आने पर तुरंत मेडिकल सहायता लें।

Created On :   9 Jan 2019 2:54 PM GMT

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