- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- सतना
- /
- आंखों से 75 फीसदी दिव्यांग कीर्ति...
आंखों से 75 फीसदी दिव्यांग कीर्ति की स्टेट मेरिट में 8वीं पोजीशन

डिजिटल डेस्क सतना। आंखों में सिर्फ 25 फीसदी रोशनी, मगर 12 वीं की बोर्ड परीक्षा में 94.4 प्रतिशत अंक अर्जित कर प्रियवंदा बिरला हायर सेकंडरी स्कूल की मेधावी छात्रा कीर्ति कुशवाहा ने स्टेट मेरिट में 8 वां स्थान प्राप्त किया है। आंखों से 75 फीसदी दिव्यांग कीर्ति को कामर्स ग्रुप में 500 के मुकाबले 472 अंक मिले हैं। उसने एकाउंटेंसी में 100 में 100 अंक प्राप्त किए । इससे पहले उसे दसवीं की बोर्ड परीक्षा में उसने 95 फीसदी अंकों के साथ कीर्ति स्कूल टॉपर रह चुकी कीर्ति कुशवाहा फिलहाल बीकॉम आनर्स करना चाहती है। सतना से कीर्ति इकलौती ऐसी छात्रा है,जिसे मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की प्रदेश स्तरीय प्रावीण्य सूची में स्थान मिला है।
ट्यूशन पढ़ा कर निकालती है पढ़ाई का खर्च
कीर्ति कुशवाहा के पिता कवि शंकर का घूरडांग में छोटा का टेंट हाउस का काम है। वह भी लॉकडाउन के कारण पिछले 4 माह से ठप है। आर्थिक संकट से जूझ रहे इस परिवार की दिव्यांग बेटी कीर्ति ने खुद की पढ़ाई का खर्च निकालने के लिए ट्यूशन पढ़ाए। कीर्ति के मुताबिक वह साइंस ग्रुप लेकर पढ़ाई करना चाहती थी लेकिन धन संकट के कारण उससे कामर्स गु्रप में आना पड़ा। धन संकट इस कदर है कि बारहवीं के बाद बड़े भाई को भी पढ़ाई छोडऩी पड़ी।
दिन की रोशनी में सिर्फ 3 घंटे पढ़ाई
आंखों से 75 फीसदी दिव्यांग कीर्ति कुशवाहा की एक आंख बचपन से ही बेकाम है। दूसरी आंख में सिर्फ 25 प्रतिशत रोशनी है। रात में उसे कुछ भी नहीं दिखता है। सिर्फ एक आंख वह दिन की रोशनी में ही धुंधला सा देख सकती है। यही वजह है कि वह तमाम कोशिशों के बाद भी महज 3 घंटे की पढ़ पाती है। मां रश्मि कुशवाहा उसे पढ़ कर सुनाती थीं और इसी से वह सबक सिखाती थी।
मगर,फीस माफी में मदद नहीं
आंखों से 75 फीसदी दिव्यांग मगर मेधावी छात्रा कीर्ति कुशवाहा ने फीस में माफी के लिए कलेक्टर के कार्यालय के कई चक्कर काटे,मगर दिव्यांगता सर्टिफिकेट होने के बाद भी फीस में माफी नहीं मिली। कीर्ति की क्लास टीचर बताती हैं कि मेधावी छात्रा फोन करके सब्जेक्ट को समझने की कोशिश करती थी। घर खर्च के लिए उसकी मां भी छोटे बच्चों को पढ़ाती हैं। कीर्ति ने बताया कि लाकडाउन खुलने के बाद बिजनेस इकोनॉमिक्स और बिजनेस स्टडी के पेपर होने के कारण आपेक्षित परिणाम नहीं आए।
Created On :   28 July 2020 6:03 PM IST