कटनी रैक प्वॉइंट पर पहुंचा 90% सरकारी यूरिया लोकल डीलर ने प्राइवेट में बेच दिया

90% government urea reached at harvesting rack point, local dealer sold it in private
कटनी रैक प्वॉइंट पर पहुंचा 90% सरकारी यूरिया लोकल डीलर ने प्राइवेट में बेच दिया
यूरिया घोटाला: डीलर के साथ अफसरों की सांठगांठ उजागर कटनी रैक प्वॉइंट पर पहुंचा 90% सरकारी यूरिया लोकल डीलर ने प्राइवेट में बेच दिया

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। कृभको फर्टिलाइजर लि. के सहयोगी संस्थान कृभको श्याम का यूरिया जबलपुर संभाग के जिस-जिस रैक प्वॉइंट पर पहुंचा, वहां के रैक हैंडलर तथा डीलर ने सरकारी कोटे के यूरिया के बड़े हिस्से को खुर्द-बुर्द कर दिया। इसका असर महाकोशल सहित बुदेलखंड तथा विंध्य के जिलों पर भी पड़ा।  

मामला जबलपुर से सटे कटनी जिले का सामने आया है, जहां रैक हैंडलर/डीलर गुप्ता ट्रेडिंग कंपनी ने तीन साल के दरमियान पहुंचे 29,180 मीट्रिक टन (एमटी) सरकारी यूरिया में से करीब 90 प्रतिशत प्राइवेट में बेच दिया। अक्टूबर 2019 से सितंबर 2022 के मध्य हुए 25,841 एमटी यूरिया के घोटाले में डीएमओ (जिला विपणन अधिकारी) और डीडीए (उपसंचालक कृषि) ने कोई एक्शन नहीं लिया। दोनों ने ही अपनी निगरानी की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए इसे मंडल प्रबंधक तथा संयुक्त संचालक का दायित्व बताया।

आदेशकर्ता मार्कफेड के मंडल प्रबंधक रोहित बघेल स्थानीय स्तर पर निगरानी तथा गड़बड़ी पर रैक हैंडलर/डीलर पर कार्रवाई के अधिकार जिला अधिकारियों के पास होने की बात कहते हैं। श्री बघेल के अनुसार उन्हें जब इस गड़बड़ी की जानकारी मिली तो उन्होंने कृभको के स्टेट मैनेजमेंट तथा विभाग के उच्चाधिकारियों को भी वस्तुस्थिति बताते हुए कार्रवाई करने पत्र लिखा था। कृभको प्रबंधन ने भी अपने रैक हैंडलर तथा डीलर पर कोई कार्रवाई नहीं की। 

कृभको के रैक हैंडलर स्टेट मैनेजर जयप्रकाश इन मामलों में बात करने से अब बच रहे है। रैक हैंडलर तथा डीलर गुप्ता ट्रेडिंग कंपनी (कटनी) के मन्नू गुप्ता इस मामले से कोई सरोकार नहीं होने तथा कंपनी प्रबंधन के निर्देशों का पालन किए जाने की बात कहते हैं।

सरकारी अफसर इस तरह रहे मेहरबान 

कृभको द्वारा गुप्ता ट्रेडिंग कंपनी को तीन साल में कृभको श्याम यूरिया की 16 रैक पहुंचाई गईं। इनमें से जनवरी 2021 के बाद पहुंची 7 रैकों में आए यूरिया की एक भी बोरी डबल लॉक केन्द्रों में नहीं पहुंची। इससे पहले आई 7 रैकों से भी मार्कफेड के सप्लाई ऑर्डर अनुसार पांचों जिलों के डबल लॉक केन्द्रों पर यूरिया नहीं पहुंचाया गया। रैक हैंडलर-डीलर की इस गड़बड़ी की तरफ से कटनी के डीएमओ तथा डीडीए आंखें मूंदे रहे। 3 साल तक सरकारी यूरिया का गबन करते आ रहे गुप्ता ट्रेडिंग कंपनी का न तो लाइसेंस सस्पेंड किया गया और न ही कृभको श्याम कंपनी के विरुद्ध ही कोई कार्रवाई प्रस्तावित की। कटनी के डीएमओ अमित तिवारी तथा डीडीए मनीष मिश्रा सारा मामला जबलपुर में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों से संबद्ध बताते हुए अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।

3 साल में मात्र 3,339 एमटी यूरिया डबल लॉक केन्द्रों पर पहुंचाया

दैनिक भास्कर को मिले दस्तावेजों के अनुसार, कृभको श्याम फर्टिलाइजर ने 21 अक्टूबर 2019 से 19 सितंबर 2022 के बीच कटनी रैक प्वाॅइंट पर 43,089 एमटी यूरिया भेजा। मार्कफेड के मंडल प्रबंधक ने गुप्ता ट्रेडिंग कं. (कटनी) सहित कृभको के फील्ड ऑफिसर को 29,180 एमटी यूरिया कटनी, पन्ना, शहडोल, अनूपपुर तथा उमरिया के डबल लॉक केन्द्रों में भेजने के निर्देश दिए। 13,909 एमटी यूरिया प्राइवेट में सप्लाई होना था। गुप्ता ट्रेडिंग कंपनी ने इन निर्देशों के विपरीत जाते हुए केवल 3,339 एमटी यूरिया ही मार्कफेड के डबल लॉक केन्द्रों पर भेजा। बाकी 15 करोड़ रुपए से अधिक का 25,841 एमटी यूरिया प्राइवेट में बेच दिया। 

Created On :   16 Dec 2022 8:40 AM GMT

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