900 रेमडेसिविर मिले, डिमाण्ड कई गुना अिधक, अब भी 1-1 इंजेक्शन को लेकर मारामारी

900 remedies received, demand multiplied by many, still fighting over 1-1 injection
900 रेमडेसिविर मिले, डिमाण्ड कई गुना अिधक, अब भी 1-1 इंजेक्शन को लेकर मारामारी
900 रेमडेसिविर मिले, डिमाण्ड कई गुना अिधक, अब भी 1-1 इंजेक्शन को लेकर मारामारी

अब नई खेप से कुछ कमी पूरी हो सकती है, फिलहाल इस इंजेक्शन को पाना टेढ़ी खीर, सप्लाई व डिमाण्ड चेन टूटने से हालात हुए बदतर
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
कोरोना संक्रमण के बाद जिस तरह एक-एक बिस्तर को लेकर संघर्ष है तो भर्ती होने के बाद फेफड़ा को स्वस्थ बनाए रखने के लिए एक-एक रेमडेसिविर इंजेक्शन पाने जंग चल रही है। अस्पतालों में यह इंजेक्शन मरीजों को मिल नहीं रहा और प्रशासन के जो जिम्मेदार इसकी सप्लाई के लिए तैनात किये गये हैं वे माँगने पर परिजनों को कोई उत्तर नहीं दे रहे हैं। हालत कुछ रोज पहले जैसी थी ठीक वैसी अभी भी बनी हुई है। सोमवार को इसके 900 इंजेक्शन निजी अस्पतालों को दिये गये। अस्पतालों में भर्ती मरीजों की डिमाण्ड इससे कहीं ज्यादा है। बीते दिन जो विमान से 2016 इंजेक्शन जबलपुर पहुँचे थे जरूरत के हिसाब से 1116 इंजेक्शन आसपास के जिलों के  पीडि़तों को दिये गये हैं। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अब दावा किया जा रहा है कि जो इंजेक्शन की नई खेप आयेगी उससे काफी हद तक कमी पूरी हो सकती है। नई खेप में कितने इंजेक्शन आयेंगे यह अभी पता नहीं है, लेकिन संभव है कि इस बार 2 से 3 हजार तक इंजेक्शन भी मिल सकते हैं। सीएमएचओ डॉ. रत्नेश कुरारिया कहते हैं कि जो इंजेक्शन रविवार की रात को मिले थे उन्हें निजी अस्पतालों को दिया गया है। जरूरत के हिसाब से यह दिए गए हैं। उम्मीद है कि अब जल्द और मिलेंगे। 
आरोप - है पर दे नहीं रहे  
कुछ मरीजों के परिजनों का आरोप है कि कुछ अस्पतालों के द्वारा इस इंजेक्शन का स्टॉक रखे होने के बाद भी  मरीजों को नहीं दिया जा रहा है। संक्रमण की रफ्तार जब कुछ धीमी थी तो ये इंजेक्शन मँगाये गये थे उनको अब भी संक्रमण तेज होने पर नहीं दिया जा रहा है। मरीजों के परिजन यहाँ से वहाँ चक्कर लगा रहे हैं, पर उन्हें माँगने पर सिर्फ और सिर्फ निराशा हाथ लग रही है। इसके अलावा जिनको यह इंजेक्शन जरूरी है उनको पहले भले ही न मिले, जरूरत जिसको कम है उन्होंने इनका डोज ले लिया, जिससे भी परेशानी सामने आई है। स्वास्थ्य विभाग ने निगरानी से लेकर जाँच तक इसके लिए टीम बनाई है, पर अब तक इंजेक्शन जमाखोरी और किन मरीजों को दिये गये इसकी पूरी सच्चाई सामने नहीं आई है। कई अस्पताल इसको लेकर संशय के घेरे में हैं।
जबलपुर आने वाला ट्रक गाजियाबाद में रुका
बताया जा रहा है कि एक ट्रक में रेमडेसिविर के कुछ बॉक्स मध्य प्रदेश के अन्य शहरों के साथ जबलपुर आ रहे थे, पर इसको गाजियाबाद में रोक लिया गया। गाजियाबाद में इंजेक्शन की डिमाण्ड अधिक होने पर इसको वहीं उतार लिया गया। यदि इस ट्रक से इंजेक्शन की  खेप आती तो कुछ परेशानी का समाधान हो सकता था। प्रशासन स्तर पर गाजियाबाद प्रशासन से संपर्क किया जा रहा है कि इस ट्रक को जल्द रवाना किया जाए, ताकि यहाँ जरूरतमंदों को इंजेक्शन मिल सके।

Created On :   20 April 2021 2:14 PM IST

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