गेहूं बेचा पर पेमेंट नहीं मिली तो किसान ने घर के सामने लगाई फांसी

A farmer committed suicide in satna MP
गेहूं बेचा पर पेमेंट नहीं मिली तो किसान ने घर के सामने लगाई फांसी
गेहूं बेचा पर पेमेंट नहीं मिली तो किसान ने घर के सामने लगाई फांसी

डिजिटल डेस्क, सतना। जिले के जैतवारा थाना क्षेत्र के ग्राम मझगवां में एक किसान ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी है। मृतक किसान 36 वर्षीय मनोज कुमार पिता शिव कुमार व्यास ने शुक्रवार को अपने घर के सामने पेड़ पर फांसी लगा ली। मृतक किसान ने गेहूं खरीदी की सरकारी व्यवस्था के तहत मेहुती सोसायटी के जरिए अपना 86 क्विंटल गेहूं बेचा था, लेकिन गेहूं का भुगतान उसे अभी तक नही मिला था। भुगतान की राशि 1,40,562 लाख रुपए थी।

 लगातार सोसायटी के चक्कर और जगह-जगह फरियाद करने के बाद भी जब नतीजा नहीं निकल पाया तो मनोज कुमार जबरदस्त आर्थिक तंगी के घेरे में आ गया। खेती के लिए संसाधन जुटाने में किये गए खर्च के लिए भी उसने उधार लेकर बंदोबस्त किया था, घर की जरूरतें अलग से थी। महीनों भटकने के बाद भी जब उसे अपनी ही फसल की कीमत का भुगतान नहीं हो पाया तो परेशान हो कर उसने अंततः फांसी के फंदे पर झूलकर मौत को गले लगा लिया। किसान की मौत की सूचना मिलने पर पुलिस ने तफ्तीश शुरू कर दी है। प्रशासन भी जांच पड़ताल में लग गया है। क्षेत्रीय लोगों और परिजनों ने आशंका जताई है कि भुगतान न किये जाने की गलती पर पर्दा डालने इस मामले को कोई और दिशा देने का भी प्रयास सरकारी मशीनरी कर सकती है।

बैक डेट का बना DD

किसान की मौत के बाद प्रशासनिक तौर पर बचाव की कोशिशें तेज हो गई हैं। किसान के गेहूं के बकाया भुगतान के तौर पर 1 लाख 40 हजार रुपए का ड्राफ्ट बनाकर आनन-फानन में बैंक भेज दिया गया है। यह DD 11 अगस्त की बैक डेट में बनाया गया है। सवाल यह है कि अगर ड्राफ्ट वाकई 11 अगस्त को बना था और बैंक भेज दिया गया था तो तब से अब तक 7 दिन गुजरने के बाद भी उसका भुगतान किसान के खाते में क्लियर क्यों नहीं हुआ?

Created On :   18 Aug 2017 4:22 PM GMT

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