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कर्ज वसूलने बनाया दबाव तो किसान को हुआ ब्रेन हैमरेज

डिजिटल डेस्क, सतना। नागौद थाना क्षेत्र के वीरपुर निवासी एक बुजुर्ग किसान भैय्या लाल सिंह को ब्रेन हैमरेज होने पर इलाज के लिए जबलपुर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। भैय्यालाल के बेटे शैलेन्द्र सिंह का आरोप है कि 17 जून को पंचायत भवन में शिविर के दौरान कर्ज पटाने के लिए मध्यांचल ग्रामीण बैंक की पिथौराबाद ब्रांच के मैनेजर पीके मिश्रा ने उनके पिता को इस कदर धमकाया कि वो शिविर के दौरान ही अचेत हो गए। उनका ब्लड प्रेशर बेकाबू हो गया और ब्रेन हैमरेज हो गया। गंभीर हालत के कारण उन्हें जबलपुर मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया गया।
आरोप ये भी है कि बैंक मैनेजर बाइक से घर आए और भैय्यालाल को अपने साथ पंचायत भवन ले गए। उधर इन आरोपों के विपरीत बैंक के ब्रांच मैनेजर पीके मिश्रा और ऋण समाधान शिविर में मौजूद मध्यांचल ग्रामीण बैंक के रीजनल मैनेजर ओपी गुप्ता ने ऋण वसूली के लिए दबाब बनाने के आरोपों से इंकार किया।
90 हजार के कर्ज पर बन गई 2 लाख की देनदारी
मध्यांचल ग्रामीण बैंक की पिथरौबाद ब्रांच के मैनेजर पीके मिश्रा की मानें तो वर्षों पूर्व वीरपुर के किसान भैय्यालाल सिंह ने किसान क्रेडिट कार्ड के मार्फत 90 हजार रुपए का ऋण लिया था। कर्ज नहीं पटाने पर यह राशि 31 मार्च 2018 की स्थिति में 50 हजार 212 रुपए के ब्याज, विविध एवं अन्य खर्चों के साथ अंतत 2 लाख 6 हजार 81 रुपए की देनदारी के साथ एनपीए (डूबत खाता) हो गई।
OTS से मिली थी 79 हजार की छूट
इसी बीच मध्यांचल ग्रामीण बैंक ने डूबत खाते में पड़े कर्ज की रिकवरी के लिए एकमुश्त समझौता योजना (MGBOTS -2018) लागू की। योजना के तहत चालू वित्तीय साल की 30 जून से पहले कर्ज की राशि जमा करने पर किसान भैय्यालाल को 2 लाख 6 हजार 81 रुपए की बकाया रकम में से 79 हजार 905 रुपए की छूट का प्रस्ताव दिया गया। इस तरह से भैय्यालाल पर बैंक की बतौर कर्ज बकाया राशि 1 लाख 26 हजार 912 रुपए बची।
बताया जा रहा है कि 17 जून को वीरपुर के पंचायत भवन में आयोजित शिविर में इसी प्रकार के लोन सेटलमेंट के लिए 35 कर्जदार किसानों को बुलाया गया था। मैनेजर ने बताया कि वो उन्हें लेने न तो घर गए थे और न ही कर्ज वसूली के लिए उन पर किसी भी तरह का अमानवीय दबाव बनाया।
इनका कहना है
उनका 90 हजार का वर्षों पुराना कर्ज एनपीए हो चुका था। ऐसे 35 मामलों के लिए शिविर लगाया गया था। कर्ज की वसूली के लिए किसान पर किसी तरह का अमानवीय दबाव नहीं बनाया गया। आरएम स्वयं शिविर में थे।
पीके मिश्रा, ब्रांच मैनेजर पिथौराबाद
हम स्वयं शिविर में मौजूद थे। ब्रांच मैनेजर पर ऐसे आरोप निराधार हैं। हमारे लिए भी किसान की गंभीर हालत चिंता का विषय है।
ओपी गुप्ता,रीजनल मैनेजर, मध्यांचल बैंक

Created On :   20 Jun 2018 1:49 PM IST