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इस्तेमाल किए दस्ताने धो कर बेचने वाले गिरोह का हुआ भंडाफोड़
डिजिटल डेस्क, मुंबई। चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों द्वारा इस्तेमाल किए गए सर्जिकल दस्ताने धोकर उन्हें फिर से पैक कर दूसरे लोगों को बेचने वाले एक गिरोह का नई मुंबई पुलिस ने भांडाफोड़ किया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने चार लाख दस्ताने बरामद किए हैं जिनका कुल वजन तीन टन है। छानबीन में खुलासा हुआ है कि आरोपी औरंगाबाद के वालूज एमआईडीसी से दास्ताने नई मुंबई लाए थे। पुलिस को शक है कि मराठवाडा के अस्पतालों से इस्तेमाल किए गए दस्ताने इकठ्ठा करने वाला कोई गिरोह सक्रिय है। मामले की छानबीन के लिए नई मुंबई पुलिस की टीम जल्द ही औरंगाबाद जाएगी। पुलिस के मुताबिक बरामद दस्ताने दोबारा पैक कर बिहार, राजस्थान, आसाम, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश राज्यों में भेजने की तैयारी थी। नई मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने पावणे एमआईडीसी परिसर में स्थित एक गोदाम में छापा मारा जहां से दस्ताने बरामद हुए। सीनियर इंस्पेक्टर सुभाष निकम के मुताबिक आरोपी इस्तेमाल किए हुए दस्ताने किसी खास केमिकल की मदद से वाशिंग मशीन में धोते थे और बाद में उसे सुखाकर फिर से पैक कर देते और नया बताकर दूसरों के बेंच देते। मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी का नाम प्रशांत सुर्वे है। वह उस कंपनी का मालिक है जहां दस्ताने धोए जा रहे थे। वहां काम करने वाले एक दर्जन लोगों को भी हिरासत में लिया गया है। कंपनी में मूल रूप से किताबें छापने का काम होता था। छापेमारी के दौरान 263 बोरियों में भरे दस्ताने, इन्हें धोने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले दो वाशिंग मशीन और धोने के बाद दस्ताने सुखाने के लिए इस्तेमाल होने वाली तीन ब्लोअर मशीन जब्त किए गए हैं।
18 हजार नकली एन 95 मास्क जब्त
मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने भी इसी तरह की कार्रवाई करते हुए 18 हजार नकली एन-95 मास्क जब्त किए हैं। बरामद मास्क की कीमत 27 लाख रुपए है। मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। वीनस नाम की जिस कंपनी के नाम पर नकली मास्क बनाए गए थे उसी के अधिकारियों ने मुंबई पुलिस से इसकी शिकायत की थी। इसके बाद पुलिस ने वरली इलाके में जाल बिछाकर एक टेंपो से नकली माल बरामद किया।
Created On :   21 Aug 2020 6:10 PM IST