सांड ने सीने में सींग मारकर युवक को उछाला, अस्पताल में मौत

A man brutally died in the sudden attack of an angry bull on road
सांड ने सीने में सींग मारकर युवक को उछाला, अस्पताल में मौत
सांड ने सीने में सींग मारकर युवक को उछाला, अस्पताल में मौत

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। गढ़ा फाटक में फूल मंडी के पास कल रात एक्टिवा से घर लौट रहे एक युवक मोंटू उर्फ मयंक गुप्ता पर आवारा सांड अचानक भड़क उठा और उसने सीने में सींग मारकर उसे उछाल दिया। जमीन पर गिरते ही युवक के सीने पर सांड ने हमला शुरू कर दिया और उसकी छाती व पेट में सींग घुसा कर उसे बुरी तरह से घायल कर दिया। इसके बाद भी सांड रुका नहीं और एक बार फिर उसने युवक को हवा में उछाल दिया। यह दृश्य देखकर आसपास के लोगों के होश उड़ गए और वे युवक को बचाने के लिए भागे। किसी तरह से डंडा मारकर सांड को वहां से भगाया गया और फिर मयंक गुप्ता को पास के ही नेशनल अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया। युवक की हालत देखकर अस्पताल में इलाज से इनकार कर दिया गया। उसके बाद उसे एक अन्य निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां रात 3 बजे  उसकी मौत हो गई। 

इस हादसे के बारे में लोगों ने जानकारी दी है कि 26 वर्षीय मयंक गुप्ता रात करीब एक बजे लार्डगंज से होते हुए अपने घर गढ़ा फाटक जा रहा था। उसी दौरान रास्ते में एक सांड कुछ और पशुओं के पीछे तेजी से जा रहा था। उसे देखकर मयंक गुप्ता ने अपनी एक्टिवा को धीमा किया तो सांड उसके सामने आ गया और उस पर हमला करने लगा। सांड ने उसके सीने पर हमला कर उछाला तो मयंक जमीन पर गिर गया। उसके बाद सांड ने जमीन पर गिरे मयंक के सीने व पेट पर हमला जारी रखा। सीने में वार से सांड का सींग ही मयंक के सीने में घुसा तो उसने ऊपर उछाल दिया। लोगों ने सांड को वहां से भगाया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। बुरी तरह से घायल मयंक के शरीर से इतना खून निकल चुका था कि उसकी जान अस्पताल में बचाई नहीं जा सकी।

शोक की लहर
गढ़ा फाटक भड़भूजा की गली में रहने वाले मयंक की मौत की खबर मिलते ही पूरे मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई। लोगों को विश्वास ही नहीं हुआ कि घर लौट रहे मयंक के साथ ऐसा हादसा भी हो सकता है। पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम करने के बाद जांच-पड़ताल शुरू कर दी है।

आवारा पशुओं की धमाचौकड़ी पर रोष
गढ़ा फाटक क्षेत्र के लोगों का आक्रोश इस बात को लेकर था कि इस क्षेत्र में आवारा पशुओं की धमाचौकड़ी पर नगर निगम की हॉका गैंग का नियंत्रण नहीं है। आवारा पशुओं के सड़क पर डेरा डाले रहने से आए दिन हादसे हो रहे हैं। इन आवारा पशुओं को शहर से बाहर छोड़ने की बात भी लोगों ने की है।  

 

Created On :   2 July 2018 2:00 PM IST

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