जबलपुर में 2 हजार करोड़ की लागत से बनेगी, प्रदेश की सबसे बड़ी 'ग्रेटर रिंग रोड'

a ring road will construct around the jabalpur city
जबलपुर में 2 हजार करोड़ की लागत से बनेगी, प्रदेश की सबसे बड़ी 'ग्रेटर रिंग रोड'
जबलपुर में 2 हजार करोड़ की लागत से बनेगी, प्रदेश की सबसे बड़ी 'ग्रेटर रिंग रोड'

डिजिटज डेस्क जबलपुर। महानगर बनने की राह में तेजी से दौड़ते जबलपुर में बढ़ते यातायात के दबाव को देखते हुए तमाम विकल्प तालशना शुरु कर दिए गए हैं। इसी कड़ी में शहर के चारों तरफ से अंगूठी नुमा ग्रेटर रिंग रोड बनाने की तैयारी की जा रही है। तकरीबन 112 किलोमीटर लंबी बनने जा रही यह ग्रेटर रिंग रोड शहर के बाहरी इलाकों से होकर निकलेगी। इस रोड की उपयोगिता यह होगी, कि इससे शहर में घुसने वाले अनावश्यक घुसने वाले ट्रैफिक से निजात मिल सकेगी। पता चला है कि रिंग रोड निर्माण के लिए डीटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट डीपीआर बनाने का टेण्डर जारी हो गया है। डीपीआर बनने के बाद सर्वे का कार्य होगा और सड़क निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई की जाएगी। भू-अर्जन के बाद निर्माण कार्य शुरु किया जाएगा। जानकारों की माने तो सड़क निर्माण इसी साल नवम्बर से शुरु हो सकता है। इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारी कर ली गई है। जहां पर जमीन संबंधी विवाद होने की अशंका है वहां पर भी निपटने के लिए रुपरेखा बना ली गई है। बताया जाता है कि रिंग रोड को लेकर प्रशासनिकत तंत्र किसी भी प्रकार की कोताही न बररते हुए जल्द से जल्द इसका  निर्माण कराना चाहता है। यही वजह है कि जिला प्रशासन  से लेकर निर्माण एजेंसियों ने इस दिशा में तेजी से काम करने अपनी पूरी मशीनरी लगा दी है।
बैठक में हुई थी चर्चा-
इससे पूर्व सांसद राकेश सिंह की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में इस संबंध में चर्चा की गई थी। बैठक में ग्रेटर रिंग रोड निर्माण के बारे में विचार-विमर्श करते हुए आने वाले 50 सालों में शहर में ट्रेफिक के सुनियोजित संचालन के लिए दीर्घकालीन सोच के तहत इस प्रकार के निर्माण की जरुरत बताई गई थी।
लॉजिस्टिक पार्क भी बनेगा-
बताया जाता है कि ग्रेटर रिंग रोड पर कम से कम 2 स्थानों पर देश के महानगरों में बनी रिंग रोड के अनुसार ही वे-साइड एनीमेटिज, यानि  रास्ते में पडऩे वाली सुविधाएं भी होंगी। इसी प्रकार रिंग रोड पर लॉजिस्टिक पार्क का भी प्रावधान है, जिसके लिए स्थान और मॉडल का निर्धारण डीपीआर में ही तय कियाजाएगा। यह लॉजिस्टिक पार्क पीपीपी मोड पर होगा इसके लिए जगह शासन द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी।
प्रदेश की सबसे बड़ी रिंग रोड-
पता चला है कि यह शहर में बनने जा रही प्रस्तावित  रिंग रोड मध्यपद्रेश की सबसे बड़ी रिंग रोड होग। फिलहाल इसकी अनुमानित लागत दो हजार करोड़ रुपए आंकी गई है, इसमें भूमि की लागत शामिल नहीं है। जानकारों की माने तो लागत में बढोत्तरी भी हो सकती है। बताया जाता है कि निर्माण के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को निर्धारित एजेंसी नियुक्त किया गया है।
यहां से निकलेगी सड़क-
गोलाकार में बनने वाली रिंग रोड शहर के चारों तरफ से होकर निकलेगी। प्रारंभिक तौर पर रोड का निर्माण पनागर-गोसलपुर के बीच से, कटंगी, पाटन, शहरपुरा, तिलवारा, बरेला, डुमना होते हुए वापस पनागर- गोसलपुर तक किया जाना तय किया गया है। इसके चलते पनागर और डुमना अब एक तरह से शहर के भीतर का हिस्सा हो जाएंगे।
जल्द शुरु होगा काम
कलेक्टर महेश चौधरी ने कहा कि ग्रेटर रिंग रोड को लेकर प्रारंभिक टेण्डर जारी हो चुका है। लगभग दो हजार करोड़ रुपए की लागत से इस रोड़ का निर्माण होगा। इसके लिए जमीन अधिगहण से लेकर अन्य आवश्यक तैयारी पूरी की जा रही हैं। आने वाले महीनों में सड़क निर्माण शुरु हो जाएगा।

 

Created On :   4 Oct 2017 1:20 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story