अबू आजमी ने कहा- मैं वंदे मातरम कभी नहीं बोल सकता हूं, जय हिंद ही बोलूंगा

Abu Azmi said- I can never speak Vande Mataram, I will only say Jai Hind
अबू आजमी ने कहा- मैं वंदे मातरम कभी नहीं बोल सकता हूं, जय हिंद ही बोलूंगा
परिपत्र को लेकर सियासत अबू आजमी ने कहा- मैं वंदे मातरम कभी नहीं बोल सकता हूं, जय हिंद ही बोलूंगा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश सरकार के सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों और कर्मचारियों को फोन पर ‘हैलो’ के बजाय ‘वंदे मातरम’ बोलने संबंधित परिपत्र को लेकर राजनीति गरमा गई है। रविवार को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्य के सांस्कृतिक कार्य मंत्री मुनगंटीवार ने वर्धा में सरकारी कार्यायलों में फोन पर वंदे मातरम बोलकर अभिवादन करने के अभियान की शुरुआत की। लेकिन समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी ने सरकार के वंदे मातरम बोलने के अभियान का विरोध किया है। आजमी ने कहा कि मैं कभी भी वंदे मातरम नहीं बोल सकता हूं। मैं जय हिंद और सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान बोलूंगा। असली मुसलमान दुनिया में अल्लाह के शिवाय किसी के आगे झुक नहीं सकता। आजमी ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने ध्रुवीकरण करने के लिए इस अभियान को शुरू किया है। लेकिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भाजपा के दबाव में आ गए हैं। आजमी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहब ठाकरे के सिपाही के रूप में काम कर रहे हैं। मैं अपने जीवन में बालासाहब से एक-दो बार मिला था। तब मैंने बालासाहब के मुंह से केवल जय महाराष्ट्र ही सुना था। वे फोन पर भी जय महाराष्ट्र बोलते थे। आजमी ने कहा कि पहले शिंदे सहित सभी शिवसैनिक जय महाराष्ट्र बोलते थे। लेकिन अब मुख्यमंत्री भाजपा और आरएसएस के दबाव में आ गए है।

आजमी ने कहा कि प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री से जरूर सवाल करेगी क्या जय महाराष्ट्र बोलना पाप है? जबकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि हमारा वंदे मातरम बोलने को लेकर विरोध नहीं है। लेकिन हमने तय किया है कि हम लोग जय किसान और राम-राम बोलेंगे। जय किसान देश के अन्नदाता किसानों के प्रति एक कृतज्ञता है। इससे पहले सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने शनिवार को एक परिपत्र जारी करके सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों और कर्मचारियों को टेलीफोन अथवा मोबाइल फोन पर एक-दूसरे अथवा आंगुतकों से बातचीत की शुरुआत हैलो के ऐवज में वंदे मातरम बोलकर करने का आग्रह किया था। वंदे मातरम बोलने को अनिवार्य नहीं किया गया है लेकिन सरकार ने सभी विभागों को वंदे मातरम बोलने के लिए अफसरों और कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने का आग्रह किया है। 

 

Created On :   2 Oct 2022 8:23 PM IST

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