चित्रकूट डबल मर्डर के आरोपी ने सिविल लाइन थाने में किया सरेंडर

Accused of Chitrakoot double murder surrendered at Civil Line Police Station
चित्रकूट डबल मर्डर के आरोपी ने सिविल लाइन थाने में किया सरेंडर
चित्रकूट डबल मर्डर के आरोपी ने सिविल लाइन थाने में किया सरेंडर

डिजिटल डेस्क  सतना। चित्रकूट के रजौला में दिन-दहाड़े गोली मारकर युवक और युवती की हत्या के मुख्य आरोपी पुष्पराज सिंह ने बुधवार शाम को रहस्यमय ढंग से सिविल लाइन थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। तकरीबन 4 बजकर 42 मिनट पर कार क्रमांक एमपी 19 सीए 8428 से अधिवक्ता बीएस राजपूत और एक रिश्तेदार के साथ वह थाने में दाखिल हुआ और तब चेहरे पर मास्क और सिर में टोपा लगा रखा था। कार से उतरकर वह तेजी से सिविल लाइन टीआई एसएम उपाध्याय के कार्यालय में दाखिल हो गया और अपना नाम बताकर समर्पण कर दिया। 10 हजार के इनामी और दोहरे हत्याकांड के आरोपी के इस तरह सामने आ जाने से थाना प्रभारी भी भौचक्के रह गए। उन्होंने फौरन ही पहचान की पुष्टि कर एसपी धर्मवीर सिंह को खबर दी, जिन्होंने नयागांव थाना प्रभारी आरबी त्रिपाठी को जल्द से जल्द सिविल लाइन पहुंचने के निर्देश दिए जो कुछ देर में ही सतना आ गए और पूछताछ शुरू कर दी तो एडिशनल एसपी सुरेन्द्र जैन भी तकरीबन 6 बजे थाने पहुंच गए।
रिश्तेदार और अधिवक्ता पर फूटा युवती के परिजनों का गुस्सा
डबल मर्डर के आरोपी के रहस्यमय आत्मसमर्पण की खबर मृतका प्रिया सिंह के परिजनों को लगी तो बड़ी संख्या में लोग थाने पहुंच गए, जिनके गुस्से का पहला शिकार थाना परिसर में मौजूद पुष्पराज के साथ आया रिश्तेदार बना। भीड़ ने उसके साथ गाली-गलौज कर कई तमाचे बरसा दिए। पिटाई से बचने के लिए युवक भागकर थाने के अंदर चला गया। इस घटनाक्रम के कुछ देर बाद आरोपी के अधिवक्ता बीएस राजपूत एक बार फिर अपने बेटे के साथ थाने आ गए और थाना प्रभारी के कार्यालय में मौजूद एडिशनल एसपी सुरेन्द्र जैन से मुलाकात कर लगभग 20 मिनट बाद वापस जाने के लिए बाहर निकले तो भीड़ में मौजूद लोगों ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए खरी-खोटी सुनाई। ऐसे में आक्रोशित परिजनों के गुस्से से बचाने के लिए टीआई एसएम उपाध्याय कुछ पुलिसकर्मियों के साथ अधिवक्ता को उनकी कार तक छोडऩे के लिए चल पड़े, मगर थाने के बाहर निकलते ही भीड़ में मौजूद लड़कों ने बीएस राजपूत और उनके बेटे को घेरकर झूमा-झटकी के साथ ही मारपीट कर दी। बवाल मचते ही थाने से और पुलिसकर्मी दौड़कर बाहर आए और उग्र भीड़ को किनारे कर अधिवक्ता व उनके बेटे को कार में बैठाकर रवाना कर दिया। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस की जीप भी घर तक उनके साथ गई। स्थिति बेकाबू होते देख सीएसपी विजय प्रताप सिंह और कोतवाली टीआई अर्चना द्विवेदी को दल-बल के साथ थाने बुला लिया गया तो पुलिस लाइन से भी अतिरिक्त फोर्स सिविल लाइन थाने में तैनात कर दी गई। 
ये है घटना
गौरतलब है कि 17 जनवरी को दोपहर तकरीबन 3 बजे नयागांव थाना अंतर्गत रजौला बाईपास के नजदीक आल्टो कार क्रमांक सीजी 10 एई 8186 का पीछा करते हुए 4 पहिया वाहन में सवार हमलावर ने कार को ओवरटेक करते हुए ड्राइवर साइड पर फायर किया था, जिससे गोली साइड ग्लास में लगी थी। इस दौरान घबराहट में अनुज दीक्षित पुत्र श्याम दीक्षित निवासी हमीरपुर यूपी का नियंत्रण स्टेयरिंग पर छूट गया, जिससे कार अनियंत्रित होकर पलट गई। गाड़ी के पलटते ही युवक ने बाहर निकलकर भागने का प्रयास किया तो हमलावर ने अपने वाहन से उतर कर उसके सीने और हाथ में गोली मार दी तो कार में दबी प्रिया सिंह पुत्री पुष्पेन्द्र सिंह 24 वर्ष घोरहटी हाल विराटनगर पर भी दो फायर झोंक दिए थे। गोली चलाने के बाद आरोपी ने अनुज को चार पहिया वाहन से कुचल दिया था। इस सनसनीखेज घटना में पहले तो पुलिस को हादसे की बात पता चली थी, मगर जब टीम मौके पर गई तो दोहरे हत्याकांड की बात सामने आई। मृत युवक शराब कम्पनी में कैशियर था, जबकि युवती कोचिंग की बात कहकर घर से निकली थी।

Created On :   21 Jan 2021 1:27 PM GMT

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