15 अक्टूबर से पहले गन्ने की पेराई शुरू करने वाले चीनी कारखानों के खिलाफ होगी कार्रवाई 

Action will be taken against sugar factories which start crushing sugarcane before October 15
15 अक्टूबर से पहले गन्ने की पेराई शुरू करने वाले चीनी कारखानों के खिलाफ होगी कार्रवाई 
112 लाख टन चीनी उत्पादन की संभावना 15 अक्टूबर से पहले गन्ने की पेराई शुरू करने वाले चीनी कारखानों के खिलाफ होगी कार्रवाई 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में साल 2021-22 के लिए गन्ने का पेराई सत्र 15 अक्टूबर से शुरू होगा। सोमवार को राज्य अतिथिगृह सह्याद्री में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में मंत्री समूह की बैठक में यह फैसला लिया गया। राज्य में जो चीनी कारखाना 15 अक्टूबर से पहले गन्ने की पेराई शुरू करेंगे। ऐसे कारखानों के कार्यकारी निदेशक के खिलाफ मामला दर्ज कराया जाएगा। यह निर्णय भी बैठक में सर्वसहमति से लिया गया। राज्य में इस साल गन्ने की बुवाई का क्षेत्र 12.32 लाख हेक्टेयर है। इससे 97 टन प्रति हेक्टेयर गन्ने के उत्पादन का अनुमान है। राज्य में 1096 लाख टन गन्ने की पेराई की संभावना है। इससे 112 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है। इस पेराई सत्र में लगभग 193 चीनी कारखाने शुरू रहेंगे। पेराई सत्र 2021-22 के लिए केंद्र सरकार ने गन्ने की उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) के लिए 10 प्रतिशत रिकवरी होने पर 2900 रुपए प्रतिटन दर तय की है।

चीनी कारखानों को किसानों को गन्ने की एफआरपी की राशि तत्काल देनी होगी। जो कारखाना किसानों को एफआरपी की राशि समय पर नहीं देते हैं ऐसे कारखानों को पेराई के लिए गन्ना देना है अथवा नहीं। यह किसानों को तय करना पड़ेगा। राज्य में अब तक 146 चीनी कारखानों ने किसानों को एफएआरपी की 100 प्रतिशत राशि दी है। जिन कारखानों ने किसानों को एफएआरपी की राशि नहीं दी है ऐसे कारखानों को पेराई का लाइसेंस नहीं देने का फैसला बैठक में लिया गया है। राज्य के सहकारी और निजी मिलाकर 112 चीनी कारखानों में इथेनॉल के निर्माण की परियोजना है। इससे 206 करोड़ लीटर इथेनॉल का निर्माण होता है। 

 

Created On :   13 Sept 2021 8:47 PM IST

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