विधान सभा में गूंजेगा करोड़ों के एडवांस भुगतान का मामला - सिरोंज के भाजपा विधायक का प्रश्न

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
विधान सभा में गूंजेगा करोड़ों के एडवांस भुगतान का मामला - सिरोंज के भाजपा विधायक का प्रश्न

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। कन्हान नदी पर बन रहे छिंदवाड़ा सिंचाई काम्प्लेक्स के भुगतान को लेकर भाजपा लगातार सवाल उठा रही है। अब तो मामला विधानसभा में भी गूंजने वाला है। भाजपा के सिरोंज विधायक उमाकांत शर्मा ने खासतौर पर हैदराबाद की एचईएस व मेंटेना कंपनी के कामों के संबंध में सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने उक्त कंपनी की प्रदेश में कौन कौन से परियोजनाएं चल रही हैं। उन परियोजनाओंं में कितना काम हुआ है। किस आधार पर भुगतान किया गया है। इसमें विभाग के कौन बड़े व छोटे अधिकारी उत्तरदायी हैं। क्या वे भुगतान के लिए दोषी हैं। सहित अन्य प्रश्न जलसंसाधन विभाग के मंत्री से किए हैं। गौरतलब है कि उक्त कंपनी के पास साढ़े चार हजार करोड़ के छिंदवाड़ा काम्प्लेक्स के निर्माण का भी ठेका है। जिसमें अब तक करीब 500 करोड़ रुपए का भुगतान हो चुका है। जमीन पर काम शुरू हुए बिना भुगतान को एडवांस मानकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि पाइप खरीदी के नाम पर उक्त भुगतान किया गया है। विधानसभा का सत्र 20 जुलाई से शुरू होकर 24 तक चलेगा। 23 को जलसंसाधन मंत्री सदन में जवाब देंगे। इससे पहले सचिवालय ने विभाग से जानकारी मांगी है। इधर विधायक के प्रश्नों से हड़कंप मचा हुआ है।
जांच में पहले ही घिरी परियोजना:
1. भाजपा जिला अध्यक्ष ने छिंदवाड़ा काम्प्लेक्स में 500 करोड़ रुपए के भुगतान को लेकर शिकायत की है। उन्होंने बिना काम किए ही भुगतान का आरोप लगाया है। उन्होंने पाइप के नाम पर भुगतान होने और मौके पर पाइप उपलब्ध न होने की शिकायत भी की है। ईई व एसई स्तर के अधिकारियोंं की मिलीभगत से भुगतान का आरोप है। कलेक्टर ने इसके लिए जांच अधिकारी नियुक्त किए हैं।
2. उक्त मामले में प्रदेश सरकार की मंत्रिमंडलीय समिति ने भी विभाग से भुगतान संबंधी दस्तावेज मांगे हैं। सूत्रों का कहना है कि तकनीकी अधिकारियों से उच्च स्तर पर दस्तावेजों का परीक्षण कराया जा रहा है। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट जांच कराए जाने की पुष्टि कर चुके हैं।
3. जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव भी उक्त कंपनी के प्रदेश भर  के कामों की जांच करा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक छिंदवाड़ा काम्प्लेक्स को लेकर स्थानीय अधिकारियों के जवाब से वे संतुष्ट नहीं हैं। तकनीकी अधिकारियों से चर्चा के बाद उन्होंने करीब 22 बिंदुओं पर जानकारी संबंधित अधिकारियों से मांगी है।
ई-टेंडरिंग घोटाले का जिक्र भी:
भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने विधानसभा सचिवालय में प्रस्तुत किए प्रश्नों में यह भी पूछा है कि क्या हैदराबाद की कंपनी ई-टेंडरिंग घोटाले में लिप्त पाई गई है। यदि हां तो क्या कंपनी को ब्लैक लिस्टेड न किया जाकर करोड़ों रुपयों का भुगतान किया गया है। विधायक श्री शर्मा ने यह भी पूछा है कि किस आधार पर भुगतान किया गया है। गौरतलब है कि कांग्रेस सरकार के दौरान ही ई-टेंडरिंग घोटाला सामने आया था। जिसमें कई अधिकारियों के भी नाम सामने आए थे।
विधायक वाल्मिक ने अपने क्षेत्र की परियोजनाओं पर सवाल रखे:
इधर परासिया विधायक सोहन वाल्मिक ने अपने परासिया विधानसभा क्षेत्र की सिंचाई योजनाओं के संबंध में सवाल प्रस्तुत किए हैं। जिसमें उनके क्षेत्र की कौन सी सिंचाई योजनाएं स्वीकृति हेतु लंबित हैं और शासन कब तक स्वीकृति देगा। वर्ष 2016-17 से 2019-20 तक कौन सी योजनाओं को मंजूरी दी गई है। कौन से निर्माण पूरे किए जा चुके हैं, कौन से अपूर्ण हंै। कौन से निर्माण कार्य शुरू किए जाने हैं। निर्माण कार्यों की भौतिक स्थिति से अवगत कराने का आग्रह उन्होंने किया है।

Created On :   5 July 2020 1:39 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story