जबलपुर में एयर सफारी प्रारंभ हो तो पर्यटन स्थलों का होगा दीदार आसान

Air safari will in Jabalpur, Khajuraho, Pachmarhi, Pench, Kanha and Bandhavgarh
जबलपुर में एयर सफारी प्रारंभ हो तो पर्यटन स्थलों का होगा दीदार आसान
जबलपुर में एयर सफारी प्रारंभ हो तो पर्यटन स्थलों का होगा दीदार आसान

डिजिटल डेस्क जबलपुर। को पर्यटन के नक्शे में लाने के लिए सबसे जरूरी है कि यहां से एयर सफारी (हेलीकाप्टर सुविधा)प्रारंभ की जाए, ताकि जबलपुर से सीधे खजुराहो, पचमढ़ी, पेंच, कान्हा और बांधवगढ़ जैसे स्थलों पर घूमना आसान हो सके। इसके साथ ही कन्वेंशन क्लस्टर के लिए अगर 50 से 100 एकड़ जमीन मिल जाए तो यहां प्रदेश का पहला कन्वेंशन व बैंक्विट क्लस्टर बनाया जा सकेगा। जिसमें कॉमन फेसेलिटी सेंटर के साथ ही प्रदर्शनी, वैवाहिक कार्यक्रम, ट्रेड फेयर व सभी आयोजन हो सकें। शहर के पर्यटन को विकसित करने कुछ इस तरह के अनेक सुझाव मंगलवार को जबलपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इडंस्ट्री के पदाधिकारियों ने मप्र पर्यटन निगम के अध्यक्ष तपन भौमिक के सामने रखे।
जबलपुर को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने की मांग को लेकर होटल सत्य अशोका में आयोजित बैठक में जहां चेंबर के कार्यकारी अध्यक्ष कमल ग्रोवर, चेयरमैन प्रेम दुबे, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हिमांशु खरे सहित अन्य  पदाधिकारियों ने टूरिज्म क्षेत्र में जबलपुर की मार्केटिंग करने  यहां विभाग का एक अलग से अधिकारी नियुक्त करने की बात कही। जिस पर निगम के अध्यक्ष श्री भौमिक ने बेबाक रूप से कहा कि विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को टूरिज्म की चिंता नहीं, बल्कि अपनी सैलरी की चिंता रहती है। जबलपुर का विकास हो चाहे न हो मगर उनकी तनख्वाह बढऩी चाहिए, उन्हें मालूम है कि वे आज नहीं तो कल ट्रांसफर में चले जाएंगे।
ये आए सुझाव
>    जबलपुर टूरिस्ट सर्किल का मास्टर प्लान बनाया जाना चाहिए, जिसके तहत योजनाएं बनें और वह साकार रूप भी ले सकें।
>    कोलकाता, मैसूर की तर्ज पर जबलपुर में होने वाले त्यौहारों को प्रचारित किया जाए, ताकि यह भी फेस्टिवल टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर उभर सकेगा।
>    भेड़ाघाट में लाइट व साउंड शो में स्क्रिप्ट की संख्या बढ़ाई जाए, ताकि पर्यटक ज्यादा संख्या में आकर्षित हो सकें।
>    बुजुर्गों को बंदरकूदनी तक पहुंचने में दिक्कत होती है, इनके लिए रोप-वे का निर्माण कराया जाए।
>    इंदौर की तर्ज पर जबलपुर में भी नाइट लाइफ विकसित होना चाहिए।
>    इसके लिए सूपाताल को लेक फ्रंट के तौर पर विकसित किया जा सकता है। जिसके चारों ओर खान-पान एवं मनोरंजन के साधन हों।
>    जबलपुर एक स्टाप ओवर डेस्टिनेशन बना, आसपास के पर्यटन क्षेत्रों की ओर जाने वाले पर्यटक जबलपुर में कुछ घंटे ही रुकते हैं।
>    जरूरत है पर्यटकों के लिए ऐसी गतिविधियां संचालित करने की ताकि पर्यटक पहले यहां रुकें और फिर आगे की ओर बढ़े।
>    जबलपुर के रिछाई, उमरिया-डुंगरिया, मनेरी में जनसुविधा के पर्यटन प्रोजेक्ट लाने की आवश्यकता है।
>    स्थानीय दुकानदारों व ऑटो चालकों को ट्रेनिंग देकर ब्रांड एम्बेसडर बनाया जाए, ताकि वे पर्यटकों को आकर्षित कर सकें।
इन सुझावों पर तैयार
8    टूरिज्म मार्केटिंग के लिए जबलपुर के ऑटो चालकों को ट्रेनिंग दी जाएगी, पर्यटन स्थल की जानकारी देने रेलवे स्टेशन पर होगा केंद्र।
8    बरगी में होना वाले जल महोत्सव की मांग को देखते हुए आने वाले वर्षों से यह 15 दिन का होगा।
8    2 करोड़ रुपए से भेड़ाघाट में कैफेटेरिया बनेगा। लिफ्ट लगाने अनुमति जारी की गई, मार्च में  विकास कार्यों का शुभारंभ होगा।
8    ठाकुर ताल, मदन महल का किला और बैलेंस रॉक को व्यवस्थित किया जाएगा।  

 

Created On :   8 Feb 2018 1:40 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story