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फाइटर प्लेन के बेड़े में अब खुद के व्हीकल भी शामिल करेगी एयरफोर्स
पहली बार स्टेलियन और एलपीटीए का डिमांड ऑर्डर मिला, वाहन निर्माणी में तैयार होंगे वायु सेना के लिए विशेष ट्रक
डिजिटल डेस्क जबलपुर । भारतीय वायु सेना पहली बार अपने फाइटर प्लेन के बेड़े में खुद के युद्धक वाहन भी शामिल करने जा रही है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि वाहन निर्माणी अब एयरफोर्स को सीधे वीकल सप्लाई करेगी। हाल फिलहाल 21 स्टेलियन और 43 एलपीटीए के ऑर्डर दिए गए हैं। पता चला है कि एयरफोर्स अपने बेस और कैचमेंट एरिया में हथियारों को लाने ले जाने के लिए इस वाहनों का इस्तेमाल करने वाली है। वाहन निर्माणी इससे पहले तक सेना में सिर्फ इंडियन एयरफोर्स को ही युद्धक वाहनों की आपूर्ति करती रही है। पहली बार वायु सेना से इस तरह के वाहनों की डिमांड की गई है। बहरहाल, वीकल फैक्ट्री ने युद्ध स्तर पर जल्द आपूर्ति के लिए प्रोडक्शन बढ़ा दिया है। उम्मीद की जा रही है कि वित्तीय वर्ष 2021-2022 में 64 वाहनों की सप्लाई कर दी जाएगी।
13.21 करोड़ का ऑर्डर
वाहन निर्माणी को अकेले एयरफोर्स से 13.21 करोड़ का ऑर्डर हासिल हुआ है। जानकारों का कहना है कि इसमें स्टेलियन के लिए 5.04 करोड़ रुपए का वर्क ऑर्डर मिला है, जबकि एलपीटीए के मामले में यही रकम 8.17 करोड़ तक पहुँच रही है।
64 बेस स्टेशनतैनाती तय नहीं भारतीय वायु सेना के देश भर में
कमांड हैं और इसके अंतर्गत 64 बेस स्टेशन भी। जानकारों का कहना है कि इसमें दो स्टेशन मेंटनेंस के भी शामिल हैं। वीकल फैक्ट्री में तैयार होने वाले वाहनों की तैनाती कहाँ की जाएगी, इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। इतना तय है कि जरूरत के अनुसार ट्रकों को एक से दूसरे स्टेशन में मूवमेंट किया जाता रहेगा।
... इसलिए कलर भी अलग
वाहन निर्माणी में एलपीटीए और स्टेलियन सिर्फ थल सेना के लिए सप्लाई किये जाते रहे हैं। यही वजह है कि आर्मी के हिसाब से इन्हें हरा रंग दिया जाता रहा है। एयरफोर्स के लिए बनने वाले वाहनों का रंग भी अलग होगा। पता चला है कि इन वाहनों को हल्का ग्रे कलर दिया जाएगा। रंग के हिसाब से भी ये बिल्कुल अलग तरह के वाहन नजर आएँगे।
Created On :   18 July 2021 3:21 PM IST