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अनिल देशमुख की ईडी हिरासत तीन दिन बढ़ी, हर दिन नौ-नौ घटे होती है पूछताछ
डिजिटल डेस्क, मुंबई। विशेष अदालत ने मनी लांड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत को 15 नवंबर तक के लिए बढा दिया है। इससे पहले देशमुख को 12 नवंबर तक के लिए ईडी की हिरासत में भेजा गया था। शुक्रवार को यह हिरासत अवधि खत्म हो रही थी। इसलिए ईडी ने देशमुख को मेडिकल जांच के बाद न्यायाधीश एचएस सथभाई के सामने पेश किया। इस दौरान ईडी की ओर से पैरवी कर रहे सरकारी वकील ने जांच के लिए और तीन दिन देशमुख की हिरासत बढाने का आग्रह किया। जिसका देशमुख की ओर से पैरवी कर रहे अधिवक्ता विक्रम चौधरी ने विरोध करते हुए कहा कि ईडी ने बगैर जरुरत के मेरे मुवक्किल को गिरफ्तार किया है। ईडी ने अब तक पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह व सचिन वाझे को गिरफ्तार नहीं किया है। मेरे मुवक्किल जांच के लिए स्वेच्छा से हाजिर हुए और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। दिनभर में नौ घंटे मेरे मुवक्किल से पूछताछ की जा रही है। लगातार कई घंटे पूछताछ कर मेरे मुवक्किल को प्रताडित किया जा रहा है और उन्हें मानसिक यातना दी जा रही है। इस पर ईडी की ओर से पैरवी कर रहे वकील ने कहा कि ईडी को सिर्फ देशमुख का बयान दर्ज करना है। इस लिए उनकी हिरासत को बढाया जाए। देशमुख को लंबी पूछताछ के बाद 1 नवंबर 2021 को देर रात गिरफ्तार किया गया था। ईडी की हिरासत के बाद कोर्ट ने देशमुख को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था लेकिन बांबे हाईकोर्ट ने 7 नवंबर 2021 को देशमुख को फिर 12 नवंबर तक के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया था।
देशमुख ने कोर्ट को लिखा दो पन्नों का पत्र, कहा-अब मेरे पास बताने को कुछ नहीं है
सुनवाई की शुरुआत में मामले में आरोपी देशमुख ने कोर्ट को हाथ से लिखा एक पत्र दिया। पत्र में देशमुख ने लिखा है कि मुझे ईडी की हिरासत में दस दिन हो गए है। करीब 200 सवाल मुझसे किए जा चुके हैं। अब मेरे पास बताने के लिए कुछ नहीं बचा है। इसलिए अब ईडी की हिरासत को न बढाया जाए। मेरी सेहत भी ठीक नहीं है। मैं कई बीमारियों से पीड़ित हूं। ईडी मुझसे दुर्भावनापूर्ण ढंग से बार-बार एक जैसे सवाल कर रही है। सारे सवाल उद्देश्यहीन है। मुझे भरमाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ ही मेरी सोच को कमजोर बनाने की कोशिश की जा रही है। जबकि ईडी अधिकारी यह जानते हैं कि मेरी सेहत ठीक नहीं है। मैं नौ से दस घंटे तनाव नहीं झेल सकता फिर भी लगातार सवाल पूछे जाते हैं। मैंने ईडी के किसी सवाल को नहीं टाला है। मैंने जांच में पूरा सहयोग किया है। देशमुख ने पत्र में कहा है कि यदि ईडी ने दुर्भावना के तहत अथवा भ्रम बनाकर मेरा कोई बयान व जवाब दर्ज किया हो तो मैं उसका खंडन करता हूं।
साफ जवाब नहीं दे रहे देशमुखः ईडी
ईडी ने हिरासत आवेदन में दावा किया है कि आरोपी (देशमुख) लगातार अस्पष्ट जवाब दे रहे हैं। अब तक की जांच में मुंबई सहित राज्य भर में पुलिस अधिकारियों के तबादले व तैनाती के मामले में देशमुख की भूमिका सामने आयी है। हम इस मामले में और सच्चाई का पता लगाना चाहते हैं। इस लिए देशमुख के हिरासत की जरुरत है। ईडी के हिरासत आवेदन में कहा गया है कि जांच में पता चला है कि देशमुख के निर्वाचन क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर काम करनेवाले निजी लोग रोजाना देशमुख के आधिकारिक आवास पर आते थे। इसलिए कई निजी लोगों को समन भेजकर बुलाया गया है ताकि उन्हें व आरोपी को आमने-सामने बैठा कर पूछताछ की जा सके। आरोपी ने अपराध के पैसे से की गई कमाई का भी खुलासा नहीं किया है। इसलिए भी उनकी हिरासत की जरुरत है। इसके अलावा ईडी ने एनआईए कोर्ट में बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाझे की हिरासत के लिए आवेदन किया था। एनआईए कोर्ट ने ईडी को मजिस्ट्रेट कोर्ट में आवेदन को करने को कहा था। वाझे फिलहाल अन्य मामले में मुंबई पुलिस की अपराध शाखा की हिरासत में है। ईडी ने मजिस्ट्रेट कोर्ट में वाझे की हिरासत के लिए आवेदन किया था किंतु कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था। इसलिए अब ईडी नए सिरे से वाझे की हिरासत के लिए आवेदन करेंगी। ताकि देशमुख व वाझे के बयान आमाने सामने रखकर पूछताछ हो सके। इसलिए देशमुख की हिरासत को बढाया जाए। क्योंकि देशमुख के निर्देश पर वाझे ने बार मालिकों से पैसों की वसूली को अंजाम दिया था।
Created On :   12 Nov 2021 7:11 PM IST