संस्कृतियों का मिलन:  21 देशों के कलाकारों ने की देवी-देवताओं की स्तुति, भजन, कव्वाली, कथक, भरतनाट्यम की हुई प्रस्तुति, एकसुर में गाया- जय गणेश जय गणेश देवा...

March 18th, 2023

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। शनिवार की शाम दशहरा मैदान में आयोजित हुए योगधारा कार्यक्रम में विविध संस्कृतियों का मिलन देखने मिला। विभिन्न देशों के कलाकारों ने भारतीय संगीत एवं शास्त्रीय नृत्य की अभिनव प्रस्तुति दी। श्रीमाता निर्मला देवी के 100 वें जन्मोत्सव के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों के क्रम में शनिवार को आयोजित हुए इस संगीतमय कार्यक्रम में विदेशी कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से बताया कि भारतीय शास्त्रीय संगीत किस तरह आत्मा से एकाकार करते हुए ईश्वर से साक्षात्कार कराता है। 21 देशों से आए 40 कलाकारों ने हमारे देवी-देवताओं की स्तुति करते हुए भगवान शिव-गणेश वंदना प्रस्तुत की, देवी स्तुति की। कार्यक्रम का संचालन आगम गुप्ता गुजरात एवं रोशनी शाह पूना ने किया।

भजन, कव्वाली, कथक, भरतनाट्यम की हुई प्रस्तुति

योगधारा कार्यक्रम में विदेशी कलाकारों ने भजन, कव्वाली, भरतनाट्यम, कथक के साथ ही श्लोकों पर आधारित रंचनाएं प्रस्तुत कीं। कार्यक्रम के प्रारंभ में अफ्रीकी कलाकारों ने अफ्रीकन गीत प्रस्तुत किया। 21 देशों के कलाकारों ने एक सुर में गणेश वंदना-जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा.. प्रस्तुत की। विदेशी कलाकारों ने भारतीय वाद्ययंत्रों से संगत की। जर्मनी की शालिनी फिचेल ने कथक की प्रस्तुति दी। यूके से आई माधवी ने भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी।

माधवी एवं इटली की अन्नाबेल ने श्रीकृष्ण लीला प्रस्तुत की। ज्वाय ने कथक डांस प्रस्तुत किया। इसके बाद कलाकारों ने ममतामयी मां दुर्गा सी लागे..., श्री जगदम्बा आई रे...,जागो कुंडलिनी मां..., रघुपति राघव राजा राम..., बोलो शिव शिव शंभू..., महामाया महाकाली..., माता ओ माता...जैसे भजन प्रस्तुत किए। इटली के कलाकारों ने कव्वाली की प्रस्तुति दी। इसके पश्चात सिंधी बंदिश दमा दम मस्त कलंदर... पर सहजयोगियों के साथ ही दर्शक भी भक्ति में झूम उठे।

इन देशों के कलाकारों ने दी प्रस्तुति

कार्यक्रम में अमेरिका, इंग्लैंड, रशिया, न्यूजीलैंड, यूक्रेन, इटली, जर्मनी, चेक रिपब्लिक, ताइवान, फ्रांस, नीदरलैंड, आस्ट्रेलिया, रोमानिया, स्विटजरलैंड सहित 21 देशों के कलाकारों ने प्रस्तुतियां दीं।  

अपने-अपने देश का झंडा लेकर भजन गाते हुए निकाली रैली

योगधारा कार्यक्रम से पूर्व देश-विदेश से आए सहजयोगी  शनिवार की शाम श्रीमाता निर्मलादेवी की जन्मस्थली से रैली निकालकर दशहरा मैदान पहुंचे। रैली में शामिल सहजयोगी हाथों में अपने-अपने देश के झंडे लिए हुए भजन प्रस्तुत करते शामिल हुए।

चैतन्य रथ का हुआ आगमन

देशभर का भ्रमण कर तीन चैतन्य रथ का शनिवार की शाम श्रीमाताजी की जन्मस्थली में आगमन हुआ। यहां पर सहजयोगियों द्वारा पूजन अर्चन किया गया।