शाम ढलते ही अँधेरे में डूब जाता है रिछाई - बाहर से आने वाले मालवाहन की सुरक्षा तक नहीं, समस्याओं का अंबार

At dusk, the shadow sinks into the darkness - not even the safety of the goods vehicle coming from outside
शाम ढलते ही अँधेरे में डूब जाता है रिछाई - बाहर से आने वाले मालवाहन की सुरक्षा तक नहीं, समस्याओं का अंबार
शाम ढलते ही अँधेरे में डूब जाता है रिछाई - बाहर से आने वाले मालवाहन की सुरक्षा तक नहीं, समस्याओं का अंबार

डिजिटल डेस्क जबलपुर । औद्योगिक क्षेत्र रिछाई पिछले 5 दशक से सँवरने का इंतजार कर रहा है। यहाँ की समस्याएँ कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इन दिनों यहाँ की सबसे बड़ी समस्या लाइट को  लेकर है। बिजली समस्या से जूझ रहे इस क्षेत्र में असामाजिक गतिविधियाँ भी बढऩे लगी हैं। रिछाई में बिजली के खंभे तो लगे हैं मगर उनमें सोडियम या फिर ट्यूब लाइट तक नहीं हैं। जिसके चलते शाम ढलते ही पूरा औद्योगिक क्षेत्र अँधेरे में डूब जाता है। इस अँधेरे का शिकार बनते हैं बाहर से आने वाले मालवाहन और उनके ड्रायवर जिनसे लूट और अभद्रता ज्यादा होती है। इतना ही नहीं पिछले कुछ समय से यहाँ की गली और मोड़ में शराब पीने वालों का जमावड़ा लग रहा है। वर्ष 1971-72 से औद्योगिक क्षेत्र रिछाई में आठ फैक्ट्रियों से कारोबार शुरू हुआ। इसके बाद यहाँ इकाई लगने का दौर बढ़ता ही गया और अब करीब दो सौ इकाईयाँ हैं। एक हकीकत यह भी है कि जिस तेजी से यहाँ इकाईयाँ बढ़ती गईं, उतनी ही तेजी से यहाँ की समस्याएँ भी बढ़ गई हैं। 
सड़क के हाल बेहाल
इस क्षेत्र में इकाई लगाने वालों की मानें तो रिछाई की सड़क कई साल पहले बनाई गई थी। इसके बाद यहाँ की मुख्य सड़क से लेकर हर गली की सड़कें गड्ढे में तब्दील हो गई हैं। हालात यह हैं कि यहाँ की सड़कें किसी गाँव-कस्बे की सड़कों से कम नहीं हैं।

Created On :   8 Jun 2021 4:35 PM IST

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