धनौरा गौशाला में हो रहा मवेशियों पर अत्याचार

Atrocities on cattle in Dhanaura Gaushala
धनौरा गौशाला में हो रहा मवेशियों पर अत्याचार
Neither the staff for the service nor the provision of fodder and water धनौरा गौशाला में हो रहा मवेशियों पर अत्याचार


डिजिटल डेस्क सिवनी।  धूमा थाना क्षेत्र में पिछले सोमवार को 1980 मवेशी तस्करों से पकड़े गए थे। मामले में 16 आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया था और मवेशियों को स्थानीय गौशाला के सुपुर्द कर दिया गया था। इस मामले में अब कई लापरवाहियों की बात सामने आ रही थी। जिससे मवेशियों की सुरक्षा और सेहत को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
क्या यह नहीं है पशु क्रू रता
धूमा में पकड़े गए मवेशियों को दवोदय पशु सेवा समिति धनौरा के सुपुर्द किए गए थे। प्रति मवेशी प्रतिदिन का 60 रुपए का खर्च दिया जा रहा है। जबकि इस गौशाला की क्षमता इतनी नहीं है कि यहां पर दो हजार मवेशियों को एक साथ आराम से रखा जा सके। वहीं प्रति मवेशी भुगतान की शासकीय दर 20 रुपए है। जिसके मुकाबले अधिक भुगतान किया जा रहा है।
गौशाला में नहीं चारे-भूसे की व्यवस्था
इस गौशाला की जो तस्वीरें आईं हैं वे भी चौंकाने वाली है। मवेशियों के लिए यहां पर पानी और दाना के साथ कर्मचारियों का कोई इंतजाम नहीं है। मामले में बनाए गए 16 आरोपियों के अतिरिक्त जो लोग इस गोरखधंधे में शामिल थे वे ही लोग सुबह मवेशियों को गौशाला से बाहर ले जाते हैं और चारा-पानी खिला-पिलाकर वापस ले आते हैं। ऐसे में रात में यदि मवेशी को भूख प्यास लगती है तो उसका कोई इंतजाम नहीं है। सवाल यह है कि ऐसे में बिना सुविधाओं के मवेशियों को क्यों गौशाला के सुपुर्द किया गया।
इनका कहना है,
मैने गौशाला में देखा था तो मुझे लगा कि क्षमता ठीकठाक है। क्षमता कितनी है जानकारी नहीं है। आमतौर पर गौशाला वाले मवेशियों को बाहर ही ले जाते हैं। धूमा में दो गौशालाएं हैं यहां पर मैं देखता हूं तो मवेशी बाहर लिए जाते हैं। वहीं मवेशियों का प्रतिदिन का खर्च क्या है और भुगतान कौन करेगा, मुझे जानकारी नहीं है। पुलिस तो मवेशियों को नहीं रख पाती। जैसे ही हमने मवेशी उनके सुपुर्द किए पुलिस का विषय खत्म हो गया।
- राहुल बघेल, थाना प्रभारी धूमा

Created On :   28 Nov 2021 10:21 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story