तराई में नया गैंग बनाने की कोशिश नाकाम - पुलिस के हत्थे चढ़े 

Attempts to form new gang in Terai failed - police caught
 तराई में नया गैंग बनाने की कोशिश नाकाम - पुलिस के हत्थे चढ़े 
 तराई में नया गैंग बनाने की कोशिश नाकाम - पुलिस के हत्थे चढ़े 

 डिजिटल डेस्क सतना। एमपी-यूपी के सरहद की दस्यु विहीन तराई में नया गिरोह बनाने की कोशिश को नाकाम करते हुए सतना पुलिस ने 3 शातिर लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने मंगलवार को बताया कि बरौंधा और मझगवां पुलिस के साथ साइबर टीम की मदद से पकड़ में आए लूट के तीनों आरोपियों के पास से 2 बाइक, 2 मोबाइल और इतने ही पर्स के साथ फरियादियों के कई पहचान पत्र भी बरामद कर जब्त किए गए हैं। बरामदगी का मूल्य तकरीबन 1 लाख 40 हजार रुपए है। आरोपियों ने लूट की 2 वारदातेें स्वीकार की हैं। लूट के आरोपियों को आईपीसी की धारा-392, 394 और 11/13 एडी एक्ट के तहत गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने तीनों को सेंट्रल जेल भेज दिया है। एसपी ने कहा कि तराई में डकैतों के सफाए के बाद अब कोई नया गिरोह नहीं पनपने दिया जाएगा। ऐसी किसी भी कोशिश को पुलिस वक्त रहते सख्ती के साथ कुचल देगी। 
 कंजरों की तरह करते थे वारदात 
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सितंबर माह में लूटी की 2 वारदातों के फरार आरोपी शिवनारायण यादव उर्फ भीम पिता राजकुमार यादव (24), मइयादीन धोबी पिता विजय करण (26) और अंशू यादव पिता हाकिम यादव (20) मूलत: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के कालिंजर थाना क्षेत्र के परसहर गांव के रहने वाले हैं। गिरोह की वारदात का तरीका एकदम कंजर या फिर पारिधी गिरोह की तरह था। आरोपी तराई के सूनसान जंगली इलाकों में रात के अंधेरे में राह में पत्थर लगाकर राहगीरों को गिरा देते थे और फिर जानलेवा हमला कर लूट लेते थे। 
 दूसरी वारदात के बाद सरगना का टूट गया था हाथ 
तीन सदस्यीय शातिर लुटेरों के इस गिरोह का सरगना 24 वर्षीय शिवनारायण यादव उर्फ भीम था। लुटेरों ने 7 सितंबर की रात 8 बजे पहाड़ीखेरा थाना क्षेत्र में कालिंजर रोड पर कठवरिया घाटी की पुलिया पर पत्थर रख कर हरदुहाई चौकी पहाड़ी निवासी बाइक सवार रामशरण लोध की बाइक , मोबाइल और पर्स लूट ली थी। पर्स में आधार कार्ड और वोटर कार्ड भी थे। इन्हीं लुटेरों ने 8 सितंबर को रात 8 बजे खोही-बरौंधा रोड पर खोही घाटी में पत्थर लगाकर बांदा जिले के फतेहगंज थाना क्षेत्र के संग्रामपुर निवासी संदीप यादव को बाइक से गिरा दिया। डंडों से बेदम पिटाई की और बाइक, मोबाइल और पर्स लूट ले गए थे। एसपी ने बताया कि लूट की इस वारदात के बाद भागने की कोशिश में गैंग लीडर शिवनारायण यादव का हाथ टूट गया था। शिवनारायण के घायल हो जाने के साथ ही उसके अन्य साथी भी भूमिगत हो गए थे। 
 ऐसे आए पकड़ में 
दस्यु विहीन तराई में लूट की वारदात का मामला संज्ञान में आने पर एसपी रियाज इकबाल ने लुटेरों की धरपकड़ का जिम्मा एडीशनल एसपी गौतम सोलंकी को सौंपा था। एडीशनल एसपी ने चित्रकूट एसडीओपी वीपी सिंह के नेतृत्व में बरौंधा और मझगवां थाने की दो अलग-अलग पुलिस पार्टियां बनवाईं। इस रणनीति को अंजाम देने के लिए साइबर सेल की भी मदद ली गई। इसी बीच पुलिस को मुखबिर से खबर मिली कि लुटेरों का लीडर पन्ना जिले के धरमपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में छिपा हुआ है। शिवनारायण यादव उर्फ भीम पिता राजकुमार यादव (24) निवासी ग्राम परसहर थाना कालिंजर जिला बांदा (यूपी) पकड़ में आया तो इसी की निशानदेही में पुलिस की संयुक्त टीमों ने बांदा जिले के कालिंजर थाना अंतर्गत  परसहर गांव के बाहर तालाब के पास मौजूद लूट के 2 अन्य आरोपियों मइयादीन धोबी पिता विजय करण (26) और अंशू यादव पिता हाकिम यादव को भी गिरफ्तार कर लिया। 

 

Created On :   27 Nov 2019 3:29 PM IST

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