आयुष्मान कार्ड - 2 सैकड़ा कैंप भी लगे तो 2 माह में ही पूरा हो गया 6 लाख का आँकड़ा

Ayushman Card - 2 hundred camps were also established, then the figure of 6 lakhs was completed in 2 months
आयुष्मान कार्ड - 2 सैकड़ा कैंप भी लगे तो 2 माह में ही पूरा हो गया 6 लाख का आँकड़ा
आयुष्मान कार्ड - 2 सैकड़ा कैंप भी लगे तो 2 माह में ही पूरा हो गया 6 लाख का आँकड़ा

6 लाख का टारगेट, नगर निगम के 15 जोन कार्यालयों और 35 फीवर क्लीनिक में भी बनेंगे
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।  
कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के साथ ही आम जन किसी अन्य बीमारी से भी ग्रस्त होते हैं तो उन्हें निजी अस्पताल सहित अन्य किसी शहर में परेशान नहीं होना पड़ेगा, अगर उनके पास आयुष्मान कार्ड है। यही कारण है कि केन्द्र सरकार की इस योजना का लाभ हर पात्र हितग्राही को मिल सके इसके निर्देश दिये गये हैं। फिलहाल में जिले में 6 लाख आयुष्मान कार्ड बनाने का टारगेट है। इसके लिये सोमवार से एक नई शुरूआत भी हो रही है। आयुष्मान कार्ड बनाने का काम अब नगर निगम के 15 जोन कार्यालयों के साथ ही 35 फीवर क्लीनिक से भी किया जायेगा। 
हर दिन 10 हजार बनाने की तैयारी
आयुष्मान कार्ड बनाने का काम बहुत पहले से चल रहा है, लेकिन इसमें रफ्तार नहीं आ रही थी। कोविड-19 के आने के बाद लोगों को कार्ड की जरूरत पड़ी जिसके बाद कार्ड बनाने का काम भी बढ़ाया गया। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने निर्देश दिये हैं हर उस सेंटर से कार्ड बनाया जाये जहाँ आम लोगों की पहुँच है। यही कारण है कि जहाँ पहले सौ से डेढ़ सौ कार्ड एक दिन में बनते थे वहीं अब एक दिन में 5 हजार कार्ड बन रहे हैं। इसे भी बढ़ाकर प्रतिदिन 10 हजार करने का लक्ष्य रखा गया है। 
इन सेंटरों में चल रहा काम
जिले में आयुष्मान कार्ड योजना से जिन्हें लाभ मिल सकता है ऐसे हितग्राहियों की जब लिस्ट निकाली गई तो 11 लाख 93 हजार लोगों के नाम सामने आये। अभी तक 11 लोक सेवा केन्द्रों और 6 सौ कॉमन सर्विस सेंटरों (सीएससी) के साथ ही 2 सैकड़ा से ज्यादा कैंप लगाये गये हैं जिसमें 5 लाख 94 हजार से ज्यादा कार्ड बन चुके हैं। अब लगभग 6 लाख कार्ड और बनाये जाने हैं जिसके लिये अब ननि के जोन कार्यालय और फीवर क्लीनिक को भी जोड़ दिया गया है जिससे ज्यादा से ज्यादा हितग्राही कार्ड बनवा सकें। जिले के सभी पात्र हितग्राही जो संबल योजना में सम्मिलित हैं अथवा राष्ट्रीय खाद सुरक्षा पर्ची धारक हैं। उक्त सभी पात्र हितग्राहियों के आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाना है। 
ये आ रही परेशानी
आयुष्मान कार्ड बनाने के दौरान कई तरह की परेशानियाँ भी आ रही हैं। समग्र आईडी, आधार कार्ड के साथ ही आयुष्मान कार्ड के सर्वर में कहीं भी परेशानी आई तो कार्ड नहीं बन पाता है। इसी तरह समग्र आइडी के डेटा में कोई भी दिक्कत होती है या डेटा मैच नहीं करता तो भी कार्ड रिजेक्शन में चला जाता है। इस तरह की कई परेशानियाँ भी आ रही हैं जिससे लोगों के कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। 
हर हितग्राही को मिले लाभ
इनका कहना है
कैंप लगाने के साथ ही लोकसेवा केन्द्रों, सीएससी, जोन कार्यालय व फीवर क्लीनिक में भी आयुष्मान कार्ड बनाये जायेंगे। कोई भी पात्र हितग्राही न छूट पाये यही लक्ष्य है। 
चित्रांशु त्रिपाठी, प्रबंधक लोकसेवा प्रबंधन
 

Created On :   28 Dec 2020 3:25 PM IST

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