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बाणसागर मुआवजा वितरण घोटाला - रिटायर्ड नायब तहसीलदार गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क सतना। जिले की अमरपाटन तहसील के गजाक गांव के भू अर्जन में 5 साल पहले की गई अनियमितताओं के मामले में सोमवार को आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) रीवा ने रिटायर्ड नायब तहसीलदार मणिराज सिंह को गिरफ्तार कर लिया। बाणसागर मुआवजा वितरण के 55 लाख के बहुचर्चित घोटाले में छठवीं गिरफ्तारी है। ईओडब्ल्यू एसपी वीरेन्द्र जैन के निर्देशन में निरीक्षक प्रवीण चतुर्वेदी और उनकी टीम ने अपराध क्रमांक 34/15 के तहत दर्ज प्रकरण पर आरोपी मणिराज सिंह (रिटायर्ड नायब तहसीलदार) के विरुद्ध यह कार्रवाई की। उन पर बाणसागर मुआवजा वितरण में दस्तावेजों की कूटरचना कर हितग्राहियों सहित स्वयं को लाभ पहुंचाने के मामले में अपराध दर्ज है। इसके पूर्व पांच अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जो सुनियोजित तरीके से लाभ हासिल करने वाले हितग्राही हैं।
एक लाख की सशर्त जमानत
गिरफ्तारी के बाद रिटायर्ड नायब तहसीलदार को ईओडब्ल्यू की टीम ने सतना न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने उन्हें एक लाख की जमानत राशि के साथ सशर्त छोड़ा है। न्यायालय ने कहा है कि वे बिना अनुमति अब मध्यप्रदेश की सीमा से बाहर नहीं जा पाएंगे। बाणसागर मुआवजा वितरण मामले में ईओडब्ल्यू द्वारा आईपीसी की धारा 420, 120बी, 467, 468, 471 एवं भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया था। वर्ष 2015 में अपराध दर्ज करने के बाद विवेचना की जा रही थी। विवेचना पूर्ण होने पर चालान पेश करने के साथ ही आरोपियों की एक-एक कर गिरफ्तारी की जा रही है। बाणसागर से जुड़े घोटाले में अभी एक और आरोपी है। तत्कालीन लिपिक को भी इस मामले में आरोपी बनाया गया है। माना जा रहा है कि ईओडब्ल्यू की टीम जल्द ही इस आरोपी को भी गिरफ्तार करेगी।
बाणसागर परियोजना के भू-अर्जन से जुड़े मामले के आरोपी तत्कालीन राजस्व निरीक्षक मणिराज सिंह को गिरफ्तार करने के साथ ही न्यायालय में चालान पेश किया गया है। अदालत ने उन्हें सशर्त जमानत दी है।
वीरेन्द्र जैन, एसपी ईओडब्ल्यू रीवा
Created On :   8 Sept 2020 3:10 PM IST