शराब तस्करी के आरोपियों से लाखों की सौदेबाजी - दो आरक्षकों समेत चार के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज

Bargains worth lakhs from liquor smuggling accused - two accused FIR lodged
शराब तस्करी के आरोपियों से लाखों की सौदेबाजी - दो आरक्षकों समेत चार के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज
शराब तस्करी के आरोपियों से लाखों की सौदेबाजी - दो आरक्षकों समेत चार के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज

डिजिटल डेस्क  सतना। अमरपाटन में सवा 10 लाख की शराब और ट्रैक्टर-ट्राली के साथ दो आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस की पूछताछ में आरोपी रमेश जायसवाल पुत्र भूरा जायसवाल निवासी खारा थाना रामपुर नैकिन जिला सीधी और श्याम जायसवाल पुत्र प्रदीप जायसवाल निवासी टिकुरिया टोला थाना कोलगवां ने बताया कि अमरपाटन में पकड़े जाने से पूर्व सिटी कोतवाली क्षेत्र के धवारी से लगे इलाके में जीप से आए पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया था और अपराध में फंसाने की धमकी देकर चार लाख रुपए मांगे थे, जिसमें 2 लाख मौके पर ही दे दिए और शेष रकम रीवा में देने का वादा किया था, परंतु उससे पहले ही पकड़े गए। तब जाकर उक्त पुलिसकर्मियों ने शराब समेत वाहन छोड़ दिया था। आरोपियों ने एक पुलिसकर्मी की पहचान मयंक मिश्रा के रूप में कर ली थी जो मूलत: सीधी जिले के रामपुर नैकिन क्षेत्र का ही रहने वाला है और रमेश का परिचित भी था। मयंक ने गाड़ी में बैठे एक अन्य व्यक्ति का परिचय टीआई के रूप में दिया था।
एसपी ने मैहर एसडीओपी को सौंपी जांच 
इस सनसनीखेज बयान पर एसपी धर्मवीर सिंह ने संज्ञान लेकर मैहर एसडीओपी हिमाली सोनी को जांच सौंपी, जिन्होंने आरोपियों के अलावा आरक्षक मयंक से भी पूछताछ की और प्रारंभिक साक्ष्य मिलने पर सोमवार दोपहर को सिटी कोतवाली में (अपराध क्रमांक 397/21) धारा 342, 384, 388 और 34 के अलावा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत आरक्षक मयंक समेत रीवा पुलिस के कांस्टेबल शिवम द्विवेदी तथा वीरेन्द्र द्विवेदी और एक अन्य के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर दिया।  मयंक से सवाल-जवाब में शिवम और वीरेन्द्र के नाम सामने आए थे, वहीं चौथे व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाई। मामले में शराब की लूट भी प्रमाणित नहीं हुई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक शराब और ट्रैक्टर कुख्यात तस्कर नरेश जायसवाल की थी। उसकी गतिविधियों के बारे में मयंक को जानकारी थी और वह नजर भी रख रहा था। संभवत: इसी दौरान आरक्षक को शराब की खेप लाए जाने की भनक लग गई। ये है मामला
गौरतलब है कि 22 मई की सुबह अमरपाटन पुलिस ने नगर परिषद कार्यालय के पास घेराबंदी कर बिना नम्बर के ट्रैक्टर-ट्राली को रोककर तलाशी ली तो भूसे के नीचे छिपाई 69 पेटी शराब बरामद हुई थी, जिसकी कीमत 4 लाख 15 हजार रुपए रही। मौके से आरोपी रमेश जायसवाल और श्याम जायसवाल को गिरफ्तार किया गया था। यह शराब राजस्थान के धौलपुर से शहडोल के लिए लाई गई थी।  शराब तस्करों से सौदेबाजी के आरोपी बनाए गए आरक्षक मयंक को पूछताछ के लिए रविवार को अमरपाटन थाने बुलाया गया था, जहां बयान दर्ज कराने के बाद वह गायब हो गया। उसकी तैनाती पुलिस लाइन में थी और इस मामले में संलिप्तता पाए जाने पर एसपी धर्मवीर सिंह ने उसे सस्पेंड कर दिया था। 
इनका कहना है
शराब तस्करी के आरोपियों से पूछताछ और जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर दो आरक्षकों समेत चार लोगों के खिलाफ कोतवाली में अपराध दर्ज किया गया है और इसकी जांच मैहर एसडीओपी हिमाली सोनी को दी गई है। विवेचना में तकनीकी सबूत जुटाए जा रहे हैं, इसमें कुछ और आरोपी बढ़ सकते हैं। जल्द ही सभी की गिरफ्तारी भी की जाएगी।-धर्मवीर सिंह एसपी 

Created On :   25 May 2021 1:45 PM IST

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