जहां से पढ़ाई की वहीं कुलपति बने डॉ. प्रदीप कुमार बिसेन

Became the vice chancellor of the same university where the study start
जहां से पढ़ाई की वहीं कुलपति बने डॉ. प्रदीप कुमार बिसेन
जहां से पढ़ाई की वहीं कुलपति बने डॉ. प्रदीप कुमार बिसेन

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। जबलपुर प्रदेश की उन्नति में किसानों का सबसे बड़ा योगदान है। प्रदेश के 25 जिलों में 19 कृषि विज्ञान केन्द्र कृषि विवि के पास हैं इसलिए हमारी यह जिम्मेदारी भी बनती है कि हम उन्नत कृषि तकनीक किसानों के दरवाजे तक पहुंचाए। जब ऐसा होगा तभी प्रधानमंत्री की सन 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने की योजना सफल होगी। उपरोक्त विचार जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के नवागत कुलपति डॉ. प्रदीप कुमार बिसेन ने आज पदभार ग्रहण करने के बाद व्यक्त किए।

 इससे पहले जैसे ही डॉ. बिसेन विश्वविद्यालय पहुंचे छात्र-छात्राओं और कर्मचारियों ने करीब 200 मीटर की मानव श्रृंखला बनाकर उनका स्वागत किया। पूजन अर्चन के बाद आपने अपने गुरू डॉ. बीएल मिश्रा का आशीर्वाद लिया और इसके बाद विदा लेते कुलपति प्रो. विजय सिंह तोमर के प्रति श्रृद्धाभाव प्रकट करते हुए पदभार ग्रहण किया। इस मौके पर डॉ. पीके मिश्रा, अशोक कुमार इंगले, अनिल केशरवानी, डॉ. धीरेन्द्र खरे, डॉ. शदर तिवारी, डॉ. आरके नेमा, डॉ. व्हीके प्यासी, डॉ. रघुराज तिवारी आदि उपस्स्थित थे। 

जहां से पढ़े वहीं कुलपति बने
डॉ. बिसेन ने JNKVV से ही स्नातक, स्नातकोत्तर और PHD की। ऐसा कम ही होता है कि उसी विवि में पढ़ने और पढ़ाने वाला कोई शख्स कुलपति जैसे सर्वोच्च पद तक पहुंचे, इसलिए डॉ. बिसेन एक अपवाद बन गए हैं। छात्रों के बीच उनकी छवि एक शालीन, अनुभवि तथा जिम्मेदार अधिकारी की है। वे कुशल मंच संचालक और वक्ता भी हैं। 

वरना बैंक अधिकारी होते
डॉ. बिसेन के साथ एक रोचक वाक्या भी जुड़ा हुआ है। नौकरी की चाह में उन्होने एक बैंक के क्लर्क की नौकरी भी स्वीकार कर ली थी और कुछ समय तक क्लर्क के रूप में काम भी किया। इसके बाद दूसरे बैंक में उन्होंने अधिकारी का जिम्मा संभाला पर उनका मन तो कृषि की तरफ ही था इसलिए उन्होने नौकरी छोड़ी और विवि आ गए। 

Created On :   24 Nov 2017 5:14 PM IST

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