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छह माह में उड़े सड़क के परखच्चे, कुडेगांव-गवराला और पाहुणी की मुख्य सड़क उखड़ी
डिजिटल डेस्क, भंडारा। वैनगंगा नदी तट पर बसे चौरास परिसर के गांवों को जोड़ने वाली मुख्य सड़क कुडेगाव- गवराला पूरी तरह से उखड़ी हुई अवस्था में दिखाई दे रही थी। परिसर के नागरिकों द्वारा की मांग को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत सड़क का निर्माण कार्य कर केवल छह माह का समय ही बिता था, कि सड़क दोबारा से उखड़ गई है। सड़क पर जगह जगह गड्ढें दिखाई दे रहे है। जिसके कारण नागरिकों को आवाजाही करने में परेशानी हो रही है। शासन द्वारा लाखों रूपय खर्च कर निर्माण की गई सड़क अल्प समय में ही उखड़ कर सड़क पर बड़े बड़े गड्ढें दिखाई दे रहे है। कुडेगाव-गवराला सड़क उखड़ जाने के उपरांत गत अनेक वर्षो से सड़क मरम्मत की मांग की जा रही थी। वर्ष 2021-22 में 3.200 कि मी सड़क पुननिर्माण के लिए शासन द्वारा 2 करोड़ 40 लाख 58 हजार रूपय की निधी मंजुर की गई थी। जिसमें 3.200 कि मीका डामरीकरण की सड़क होकर उक्त सड़का का ठेका मे. एस. आर. जयस्वाल नवेगाव बांध को दिया गया था। परंतु ठेकेदार द्वारा निकृष्ट दर्जे का काम किए जाने के कारण सड़क अल्प समय ही उखड़ गई है। जिसके कारण सड़क निर्माण के कार्य पर सवाल उठाए जा रहे है।
सड़क किनारे मुरूम तक नहीं डाला
मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत सड़क निर्माण के किए गए कार्य में कुडेगाव-गवराला सड़क कीनारे 3.200 कि मी तक मुरूम डाला जाना था। संबंधित ठेकेदार द्वारा सड़क पर मुरूम का काम नही किए जाने के कारण सड़क पर दुर्घटना होने की आशंका से इंकार नही किया जा सकता है।
घटिया निर्माण कार्य
शिवाजी देशकर स्थानीय निवासी के मुताबिक गवराला गांव तक मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना से जिस सड़क का काम किया गया है। वह सड़क छह माह के भीतर ही उखड़ गई है। संबंधित ठेकेदार द्वारा शासन के नियमों को ताक पर रखते हुए निकृष्ठ दर्जे का निर्माण कार्य किया गया है।
पाहुणी की मुख्य सड़क ही उखड़ी
भंडारा तहसील अंतर्गत आने वाली पाहुनी गांव की मुख्य सड़क पगडंडी में तबदील हो गई है। गाव के बस स्थानक से लेकर गाव तक सड़क की हालत अत्यंत गंभीर बनी हुई है। सड़क के बीचोंबिच बड़े बड़े गड्ढें होने के कारण अनेक दुपहिया वाहन के स्लीप होकर छिटपुट घटनाएं घटी है। उक्त गाव भंडारा जिले के अंतीम छोर पर बसा होने के कारण उक्त मार्ग से दिनरात अवैध तरीके से वाहनों का परिवहन शुरू रहता है। क्षमता से अधिक भारी वाहन उक्त मार्ग से गुजरते है। भोसा, टाकली गाव के नागरीक भी इसी मार्ग का उपयोग करते है। स्थानिय नागरिकों को जान जोखीम में डालकर यात्रा करनी पड़ती है। जनप्रतिनिधि व निर्माण विभाग प्रशासन द्वारा शीघ्र उपरोक्त समस्या का निराकरण किए जाने की मांग की गई है। अन्यथा पाहुणी गाव के उपसरपंच रंजित सेलोकर द्वारा आंदोलन किए जाने की चेतावनी दी गई है।
Created On :   5 Oct 2021 6:04 PM IST