Bhandara News: वन्यप्राणियों का जीवनरक्षक बना मोहघाटा का अंडरपास, अब दुर्घटना में नहीं हो रहे शिकार

वन्यप्राणियों का जीवनरक्षक बना मोहघाटा का अंडरपास, अब दुर्घटना में नहीं हो रहे शिकार
  • अंडरपास के निर्माण से घटीं दुर्घटनाएंं
  • सीसीटीवी कैमरों में कैद हुईं बाघ, भालू, हिरण की तस्वीरें

Bhandara News नागपुर- रायपुर राष्ट्रीय महामार्ग क्रमांक 53 पर मोहघाटा के जंगल में वन्यजीवों को सुरक्षित तरीके से नीचे से गुजरने के लिए छह लेन का अंडरपास तैयार किया गया। बाघ, भालू, हिरण और अन्य वन्यजीव इस अंडरपास के नीचे से गुजरते हुए कैमरे में कैद हो रहे हंै। महामार्ग के सभी वाहन अंडरपास के ऊपर से गुजरते हंै। इसलिए वन्यजीवों का बड़े वाहनों से सामना होता। जिससे वन्यजीवों की जान बच रही है। वन्यजीवों की हलचल पर तीन विभाग नजर रखे हुए हैं।

राष्ट्रीय महामार्ग क्रमांक 53 (पुराना छह) का वर्ष 2008 में विस्तारीकरण कर फोर लेन की सड़क तैयार की गई। नागपुर- रायपुर के बीच चार जगहों पर घने जंगल के चलते वन विभाग ने महामार्ग के विस्तारीकरण की मंजूरी नहीं थी। जिससे 2008 से 2021 तक लगभग 13 वर्ष तक उस स्थान पर कोई निर्माण नहीं हो सका। हालांकि, वर्ष 2021 में वनसंवर्धन कानून की शर्तों का पालन करने पर लाखनी-साकोली के बीच मोहघाटा के जंगल में, कोहमारा के सामने, देवरी के पहले और छत्तीसगढ़ बार्डर पर ऐसे चार जगहों पर अंडरपास का निर्माण की मंजूरी मिली।

लगभग देढ़ वर्ष पहले इन अंडरपास के ऊपर से राष्ट्रीय महामार्ग से बड़े वाहन गुजरने लगे। मोहघाटा का जंगल क्षेत्र वन्यजीवों का प्रमुख वनमार्ग है। इसी मार्ग से वन्यीजव ताड़ोबा अंधारी से ब्रम्हपुरी होते हुए नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में प्रवेश करते हंै। अंडरपास बनने के पहले कई वन्यजीवों की वाहनों की चपेट में आने से दर्दनाक मृत्यु होती थी लेकिन अब अंडरपास बना तो सैकड़ों वन्यजीवों को सुरक्षा प्रदान हुई है। अंडरपास के नीचे से वन्यजीव मार्ग पार कर रहे है। वन्यजीवों की हलचल पर नजर रखने के लिए वन विभाग प्रादेशिक, वन विकास महामंडल, वन्यजीव विभाग नजर रखते है। कैमरों के माध्यम से वन्यजीवों की पुख्ता जानकारी हासिल की जाती है।

Created On :   27 Jun 2025 2:54 PM IST

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