- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- भंडारा
- /
- धान नहीं बेच पाए, पंजीयन अवधि...
Bhandara News: धान नहीं बेच पाए, पंजीयन अवधि बढ़ाएं, पेंशन भी दें, आक्रोशित हुए किसान

- किसान सभा ने जिलाधिकारी कार्यालय के सामने किया आंदोलन
- सात दिनों के भीतर मागें पूरी करें, अन्यथा धान केंद्रों के सामने देंगे धरना
Bhandara News महाराष्ट्र राज्य किसान सभा ने ज़िले के किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर ज़िलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना दिया। किसान सभा ने मांगें पूरी नहीं होने पर ज़िले भर के धान केंद्रों के सामने धरना देने की चेतावनी दी है।
ज़िले में किसानों ने रबी की फसल ली। सरकार के लिए सभी किसानों का धान ख़रीदी केंद्रों के ज़रिए ख़रीदना ज़रूरी था लेकिन सरकार ने इसके लिए ई-फसल पंजीकरण की शर्त रखी।कई किसानों को तकनीकी दिक्कतों और पंजीकरण के लिए कम समय मिलने के कारण पंजीकरण नहीं हो पाया। इस वजह से ज्यादातर ज़रूरतमंद और गरीब किसान पंजीकरण नहीं करा पाए और वह सरकार को अपना रबी सीज़न का धान बेचने से वंचित रह गए। इन्हीं मांगों को लेकर धरना दिया गया।
ज्ञापन देते समय प्रतिनिधिमंडल में किसान सभा के जिला अध्यक्ष माधवराव बांते, लाल बावटा खेत मजदूर संघ के राज्य सचिव शिवकुमार गणवीर, एआईटीसी के जिला सचिव कामरेड हिवराज उके, पूर्व किसान सभा अध्यक्ष सदानंद इल्मे, तुकाराम बांते, गजानन कठाने, धनंजय जोड़े, किशोर बारस्कर, दिलीप धागे, हेमराज बिरनवार, माणिकराव कुकड़कर शामिल थे।
मांगों का ज्ञापन जिला कलेक्टर डॉ. संजय कोलते को दिया गया। इस अवसर पर छात्र महासंघ के वैभव चोपकर, श्रीकांत काटेखाये, नितिन रणदिवे, रामकृष्ण गायधने, रामचंद्र वैरागड़े के साथ ही बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
ये हैं किसानों की मांगें : सरकार वंचित किसानों की पंजीयन अवधि बढ़ाए और उनका धान खरीदे, रबी मौसम में केंद्रों को दी जाने वाली धान की 400 करोड़ रुपये की सब्सिडी लंबित है। मांगों में केंद्र को दिए गए रबी फसल के धान के बकाया का भुगतान, किसानों की पूर्ण कर्ज माफी, 60 वर्ष के बाद सभी किसानों को पेंशन देने का कानून आदि शामिल है।
Created On :   9 Aug 2025 3:14 PM IST