‌Bhandara News: स्कूल आ रहे छात्र हो रहे निराश, शिक्षक ही नहीं, कैसे सीखें "क ख ग'

स्कूल आ रहे छात्र हो रहे निराश,  शिक्षक ही नहीं, कैसे सीखें  क ख ग
  • साकोली में जिला परिषद शालाओं के 72 पद रिक्त
  • 97 शालाएं , जिनमें 331 स्वीकृत पद, वर्तमान में 259 शिक्षक पढ़ा रहे

‌Bhandara News जहां राज्य में एक तरफ शिक्षा विभाग में बदलाव को लेकर चर्चाएं हैं, वहीं साकोली तहसील के ज़िला परिषद स्कूलों स्थिति दयनीय है। सरकार की उदासीनता के कारण गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने वाले कई ज़िला परिषद स्कूल शिक्षकों के रिक्त पदों की समस्या से जूझ रहे हैं। साकोली तहसील में जिला परिषद शालाओं के कुल 72 पद रिक्त होने के कारण अध्ययन पर भारी असर पड़ रहा है। जिसमें छात्रों का भविष्य अधर में है।

साकोली तहसील में ज़िला परिषद के अंतर्गत कुल 97 शालाएं आती हैं। जिनमें कुल 331 स्वीकृत पद हैं। वर्तमान में, केवल 259 पदों पर ही शिक्षक कार्यरत हैं जबकि 72 पद रिक्त हैं। रिक्त पदों में 5 उच्च-स्तरीय मुख्याध्यापक, स्नातक शिक्षक 1 भाषा और 1 गणित, 67 सहायक शिक्षक, 1 संकुल शिक्षा अधिकारी, 3 शिक्षा विस्तार अधिकारी, और 1 वरिष्ठ और कनिष्ठ लिपिक का पद रिक्त पदों में शामिल है। इसके अलावा, साकोली तहसील के छह शिक्षण केंद्रों में से केवल एक केंद्र में नियमित केंद्राध्यक्ष है। बाकी पांच केंद्राध्यक्ष के पद रिक्त हैं। हालांकि, कुछ वरिष्ठ शिक्षकों को केंद्राध्यक्ष की ज़िम्मेदारी दी गई है लेकिन वे शिक्षा के साथ-साथ कार्यालयीन कार्य, शालाओं को भेंट और बैठकों के कारण अत्यधिक तनाव का सामना कर रहे हैं। परिणामस्वरूप, ये सभी रिक्त पद सीधे तौर पर शैक्षणिक व्यवस्था की गुणवत्ता और दक्षता को प्रभावित कर रहे हैं। इनमें से कई स्कूल डिजिटल तो हैं लेकिन शिक्षक नहीं हैं।

अभिभावकों में बेचैनी : हालांकि, सरकार ने "पवित्र पोर्टल" के नाम से भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। तत्काल कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। स्थानांतरण प्रक्रिया ऑनलाइन होने के बाद, कई शिक्षक तहसील से बाहर चले गए। परिणामस्वरूप, कई स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं। एक ओर गुणवत्ता की दुहाई, दूसरी ओर भर्ती की धीमी गति ने अभिभावकों में बेचैनी पैदा कर दी है। यह स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है कि, निजी स्कूलों को अधिक स्वतंत्रता दी जा रही है और सरकारी स्कूलों की उपेक्षा की जा रही है।

राज्य सरकार की उदासीनता : "साकोली तहसील के अधिकांश स्कूल डिजिटल हैं और छात्रों की संख्या भी अच्छी है। हालांकि, शिक्षकों की संख्या कम है। इसके कारण शिक्षण प्रक्रिया में बाधाएं आ रही हैं। भर्ती प्रक्रिया के प्रति सरकार की उदासीनता प्रशासन की गुणवत्ता के साथ-साथ दक्षता को भी प्रभावित कर रही है। - नारायण वरठे, जिला परिषद सदस्य

शिक्षक भर्ती जल्द पूरी होगी : "पवित्र पोर्टल के माध्यम से भर्ती प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। यह प्रक्रिया सरकारी स्तर पर शुरू हो चुकी है और रिक्त पदों के कारण शिक्षकों और कर्मचारियों को काम करने में परेशानी हो रही है। ग्रामीणों की शिकायतें लगातार आ रही हैं। रिक्त पदों को तुरंत भरा जाए, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।" - विजय आदमने, गुट शिक्षा अधिकारी



Created On :   9 Aug 2025 3:37 PM IST

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