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कांग्रेस का बड़ा आरोप - पुणे जिले के किसान केदारी की आत्महत्या के लिए मोदी की नीतियां जिम्मेदार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. कांग्रेस ने पुणे में एक किसान की आत्महत्या को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने किसान दशरथ केदारी की आत्महत्या के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि बीते एक साल में 10 हजार से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है। सरकार की नीतियों का आलम यह है कि हर घंटे एक अन्नदाता आत्महत्या कर रहा है।
कांग्रेस नेता श्रीनेत ने यहां संवाददाता सम्मेलन में एनसीआरबी के आंकडों के हवाले से किसानों की आत्महत्या का आंकडा गिनाते हुए कहा कि 2014 से लेकर 2021 तक देश में 53,881 से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है। वहीं 2021 में कृषि क्षेत्र से जुड़े कुल 10881 लोगों ने आत्महत्या की है जो देश में कुल आत्महत्या (1,64,033) का 6.6 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि इन आंकडों से पता चलता है कि हर रोज 30 किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं। यानी हर घंटे पर एक से ज्यादा किसान ने अपनी जान दे दी है।
श्रीनेत ने कहा कि मोदी सरकार 2022 में किसानों की आय दोगुनी करने वाले थे, लेकिन इसके उलट सरकार ने किसानों के बजट का हिस्सा घटा दिया है और खेती की लागत बढ़ा दी है। आज देश के किसान की औसत आय दिन के मात्र 27 रुपए है। किसान हर घंटे अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहे है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी को इन आत्महत्याओं से कोई फर्क नहीं पड़ता।
कृषि में पीछे से निजी क्षेत्र को घुसाया जा रहा है
कांग्रेस ने श्रीनेत ने कहा कि किसान विरोधी कानून सरकार को वापस करने पड़े, लेकिन अब सरकार द्वारा पीछे के दरवाजे से निजी पूंजीपतियों को खेती की बागडोर देने का फैसला किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि फिलहाल एफसीआई और राज्य सरकार की एजेंसियां अनाज खरीदती है, लेकिन मोदी सरकार जल्द ही अनाज खरीद में प्राइवेट कंपनियों को शामिल करने वाली है।
कांग्रेस की मोदी सरकार से मांग
कांग्रेस नेता ने सरकार से मांग की है कि किसानों का ऋण माफ हो, लागत पर डेढ़ गुना एमएसपी दिया जाए, डीजल के दाम कम करने के साथ फिलहाल किसानों की औसत आमदनी जो 27 रुपए प्रतिदिन है, उसे बढाया जाए।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में पुणे जिले के एक किसान दशरथ केदारी ने 17 सितंबर को फसल को सम र्थन मूल्य न मिलने और लोन रिकवरी एजेंटोंद्वारा प्रताड़ित किए जाने और इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी को जिम्मेदार ठहराते हुए आत्महत्या कर ली। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि मोदी साहेब, आप बस अपने बारे में सोचते हैं। हमारे पास पैसे नहीं नहीं, साहूकार इंतजार करने को तैयार नहीं, हम क्या करें? आज में आपकी निष्क्रियता के चलते आत्महत्या करने को मजबूर हूं। कृषि
Created On :   20 Sept 2022 8:49 PM IST